औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) बड़कोट में पढ़ने वाले सात छात्र बीते रोज घर लौटते समय राड़ी टॉप के निकट पैदल रास्ते से भटक कर घने जंगल में फंस गए। इनमें से एक छात्र की तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई। वहीं, अन्य छात्रों को एसडीआरएफ और पुलिस ने रेस्क्यू किया।
बता दें कि बीते रोज उत्तरकाशी के बड़कोट आइटीआइ से सात छात्र अपने घर के लिए निकले, लेकिन धरासू-बड़कोट हाईवे राड़ी टॉप के पास बंद होने के कारण ये छात्र बड़कोट से पैदल ही निकल पड़े। रास्ते में बर्फ अधिक होने के कारण इन छात्रों को चलने में खासी परेशानी हुई।
शाम करीब चार बजे जब डुंडा ब्लॉक के धौंतरी निवासी अनुज सेमवाल की तबीयत खराब हुई तो छात्रों ने अपने परिचितों को फोन कर मदद मांगी। उस दौरान ये छात्र रास्ता भटकते हुए राड़ी टॉप के जंगल फंसे थे। मदद का इंतजार करते करते अंधेरा हुआ तो इन छात्रों की चिंता और अधिक बढ़ी। इन्हीं छात्रों में शामिल कवाटा गांव निवासी प्रह्लाद राणा ने मोबाइल से फोन कर बताया कि वे काफी डरे हुए हैं और उन्हें मदद की जरूरत है। बर्फ होने के कारण रास्ते का कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि छात्रों के रेस्क्यू के लिए बड़कोट से एसडीआरएफ और पुलिस की टीम राड़ी टॉप रावना हुई। अंधेरा होने और रास्ते में अधिक बर्फ होने के कारण एसडीआरएफ की टीम को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ये सभी छात्रों को रेस्क्यू कर सीएससी बड़कोट लाए, जहां छात्र अनूप सेमवाल की मौत हो गई।
मृतक का छात्र
- अनूप सेमवाल पुत्र मायाराम निवासी धौतरी हाल निवासी ज्ञानसू उत्तरकाशी
अन्य छात्र
- सूरज पंवार पुत्र धौंकर सिंह पंवार, इंद्रा टिपरी टिहरी गढ़वाल
- शुभम बिष्ट पुत्र अरविंद सिंह बिष्ट ग्राम नाकुरी उत्तरकाशी
- दीपक बिष्ट पुत्र मुरारी लाल ग्राम जामिनी चिन्यालीसौड़, उत्तरकाशी
- प्रह्लाद राणा पुत्र अतोल ग्राम कवाटा तहसील चिन्यालीसौ उत्तरकाशी,
- रंजन पुत्र मनोज कंडीसौड टिहरी गढ़वाल
- विशाल भाटिया पुत्र भेज राम सरोट टिहरी गढ़वाल