जामिया इलाके में बृहस्पतिवार को हुई फायरिंग के खिलाफ पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू के छात्रों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। प्रदर्शनकारी आइटीओ मुख्यालय पर बीती रात से ही पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। जामिया इलाके में हुई फायरिंग के लिए छात्र यहां पुलिस को जिम्मेवार ठहरा रहे थे।
इधर जामिया फायरिंग में घायल छात्र शदाब फार्रूख को देखने देर रात जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर नजमा अख्तर एम्स के ट्रामा सेंटर पहुंची। फायरिंग में घायल छात्र जामिया का विद्यार्थी है। इधर छात्र को गोली लगने के बाद शाम से ही प्रदर्शनकारियों ने आइटीओ के पुराने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर मोर्चाबंदी शुरू कर दी। छात्र पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लगातार विरोध जता रहे थे। यहां छात्रों की संख्या भी काफी बढ़ गई थी।
देर रात आइटीओ पर प्रदर्शन, रोके वाहन
इससे पहले नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में बृहस्पतिवार को दिन में निकाले जा रहे पैदल मार्च के दौरान नाबालिग लड़के द्वारा गोली चलाने से खफा प्रदर्शनकारियों ने शाम को आइटीओ स्थित पुलिस के पुराने मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए रास्ता जाम कर दिया।
पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शनकारी छात्र शाम छह बजे ही जुटना शुरू हो गए थे। देर बाद 11 बजे तक यहां सैकड़ों की भीड़ ने केंद्र सरकार, सीएए व एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी शरू की, जो शुक्रवार सुबह तक चलती रही। यहां प्रदर्शनकारियों के बीच ओखला के पूर्व विधायक आसिफ भी पहुंच गए। प्रदर्शनकारियों के बीच ओखला के पूर्व विधायक आसिफ भी पहुंच गए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने लक्ष्मीनगर जाने वाला विकास मार्ग जाम कर दिया। इससे आइटीओ चौक और विकास मार्ग पर वाहन जाम में फंस गए। प्रदर्शनकारी वाहनों के आगे लेटकर रास्ता रोकने लगे तो उनकी और वाहन चालकों में हल्की झड़प भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सड़क के किनारे किया।