दिल्ली में कोरोना वायरस से पीड़ित एक बुजुर्ग महिला मरीज की मौत हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस की वजह से मौत की पुष्टि की है। जानकारी के अऩुसार, महिला राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भर्ती थी। कोरोना के संक्रमण से यह देश में दूसरी और दिल्ली में पहली मौत है। इससे पहले कर्नाटक के कलबुर्गी में एक बुजुर्ग मरीज की मौत हो गई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, दिल्ली सरकार और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना से बुजुर्ग महिला की मौत की पुष्टि की है।
कोरोना का एक नया मामला आया सामने
इसके अलावा सफदरजंग अस्पताल में कोरोना वायरस संक्रमित एक नए मामले की पुष्टि हुई है। मरीज दिल्ली का रहने वाला है। इसके साथ ही दिल्ली में पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़कर सात हो गई हैं।
विदेश से लौटे शख्स की वजह से बुजुर्ग महिला हुई थी बीमार
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जनकपुरी के रहने वाले 46 वर्षीय शख्स जापान व इटली से लौटने के बाद कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे। इसके बाद परिवार के नौ सदस्यों को आइसोलेट करा दिया गया। बाद में उनकी मां भी इस बीमारी की चपेट में आ गई थीं। परिवार के लोगों के अनुसार, करीब एक सप्ताह से आरएमएल अस्पताल में बुजुर्ग महिला भर्ती थीं। कोरोना वायरस के संक्रमण से पीडि़त होने से पहले उन्हें कोई बीमारी नहीं थी। अस्पताल में भर्ती होने पर जांच में पता चला कि उन्हें मधुमेह भी है और शुगर का स्तर (300-350 मिलीग्राम प्रति डेसी लीटर) काफी बढ़ा हुआ था। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण उन्हें निमोनिया भी हो गया था। शुक्रवार रात उनकी मौत हो गई।
स्वास्थ्य महानिदेशालय का कहना है कि रात करीब 8:30 बजे उनकी मौत की सूचना अस्पताल से मिली। उन्हें कोरोना के साथ साथ को-मॉर्बिडिटी भी थी। अस्पताल से डेथ-समरी मंगाई गई है। असमंजस में परिजन बुजुर्ग महिला के परिजन इस बात को लेकर असमंजस में है कि दाह संस्कार के लिए उन्हें डेड बॉडी उपलब्ध कराया जाएगा या नहीं। परिजनों ने इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से संपर्क करने की भी कोशिश की। बताया जा रहा है कि शव का पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा।
सफदरजंग अस्पताल में 15 मरीज हैं भर्ती
सफदरजंग अस्पताल में कोरोना से पीडि़त 15 मरीज भर्ती हैं। इनमें से एक मरीज को शुक्रवार को बीमारी से पीडि़त होने की पुष्टि हुई। यह मरीज दिल्ली का बताया जा रहा है जो नोएडा में काम करते थे। उनके संपर्क में आने वाले लोगों को भी आइसोलेट कर दिया गया है। इसके साथ ही यहां भर्ती मरीजों में से सात मरीजों की हालत ठीक है।