दिल्ली में हो रही हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने चिंता जताई है। उनका कहना है कि दिल्ली में जो कुछ भी हो रहा है वो एक षड़यंत्र के तहत हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे से ठीक पहले इस तरह की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। सीएम का कहना है कि ये देश को बदनाम करने की साजिश है।
पिछले कुछ दिनों से नागरिकता संशोधन कानून को लेकर दिल्ली जल रही है। नार्थ ईस्ट दिल्ली में नागरिकता कानून के समर्थक और विरोधियों के बीच हुई झड़प ने हिंसा का रूप ले लिया, जिसमें कई लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, तो कई घायल हुए हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि सोची-समझी साजिश के तहत इस हिंसा को अंजाम दिया गया है, जो लोग भी इसके पीछे हैं उनसभी को पकड़कर उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्हें उनके कर्मों का अंजाम भुगतना होगा।
जल्द कार्रवाई की मांग
वहीं, दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने डीएम के जरिए गृहमंत्री अमित शाह को ज्ञापन प्रेषित कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। उनका कहना है कि दिल्ली हिंसा में अभी तक एक पुलिसकर्मी सहित कई लोगों की मौत हो चुकी है।
दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर और चांदबाग आदि क्षेत्र में सीएए के विरोध के नाम पर हिंसा और आगजनी में दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया है। साथ ही संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया है। ऐसे में दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई हो।