कोरोना वायरस संक्रमण के चलते नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों की दिनचर्या बदल गई है। इस दौरान लॉक डाउन के चलते लोग अपने रोजमर्रा के कामकाज जल्द निपटाने के लिए सामाजिक दूरी को अपनाते हुए सजग है। साथ ही इस दौरान जंगली जानवरों का रूख आबादी की ओर होने से खतरा बना हुआ है। चमोली और पौड़ी गढ़वाल में भालू के हमले से दो महिलाएं घायल हो गईं।
चमोली जनपद की तहसील कर्णप्रयाग के बैनोली गांव में जंगल से घास लेने गई महिला पर भालू ने हमला कर दिया। इससे महिला घायल हो गई। घायल को स्थानीय ग्रामीणों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कर्णप्रयाग भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना पर राजस्व उपनिरीक्षक देवेन्द्र कंडारी एवं वन विभाग की टीम ने घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण कर जानकारी जुटाई।
जानकारी के अनुसार बैनोली निवासी शशि देवी सीमा से लगे जंगल से घास लेकर वापस लौट रही थी। तभी घात लगाए भालू ने उस पर हमला कर दिया। साथ मौजूद महिलाएं घायल को लेकर गांव पहुंची और क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक देवेन्द्र सिंह कंडारी को सूचना दी। घायल महिला को निजी वाहन की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कर्णप्रयाग पहुंचाया गया।
घटना की सूचना पर वन विभाग व राजस्व दल ने बेनोली गांव पहुंच घटनास्थल का स्थलीय निरीक्षण किया और घायल के उपचार में हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। डॉ. अक्षत मोहन गर्ग ने बताया कि महिला की हालत स्थिर है।
क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि गजेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमण ने गांवों में दिनचर्या बदल दी है। लोग जल्द से जल्द रोजमर्रा के कामकाज जंगल व खेतों से निपटाकर घरों में पहुंच कस्बाई बाजारों से आवश्यक वस्तुओं को लेने पहुंच रहे हैं।
वहीं, पौड़ी जनपद में भी जंगली जानवरों का आतंक जारी है। बीरोंखाल प्रखंड के ग्राम बैराकोटी में गांव के समीप जल स्नोत में कपड़े धोने गई एक महिला पर भालू ने हमला कर दिया। हालांकि गनीमत ये रही कि महिला भालू से भिड़ते समय वह खाई में गिर गई। इसके बाद भालू जंगल की ओर चला गया।
घायल महिला को ग्रामीणों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थलीसैंण पहुंचाया है। पूर्व प्रधान मंगल सिंह ने बताया कि शनिवार को ग्रामीण दीपा देवी गांव के समीप जल स्नोत में कपड़े धोने गई थी। इसी दौरान झाड़ियों से निकलकर भालू ने उस पर हमला कर दिया। हालांकि साहस का परिचय देते हुए कुछ समय तक महिला भालू से भी भिड़ी।
इस दौरान भालू ने महिला की बांह को अपने जबड़े से दबा दिया था, जिससे उन्हें चोटें आई है। ग्रामीणों ने वन विभाग से महिला को मुआवजा देने के साथ ही भालू के आतंक से निजात दिलवाने की मांग की है। कहा कि गांव में लगातार बढ़ रहे भालू के आतंक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।