प्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी की घोषणा जल्द हो सकती है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की पैरवी ने असर दिखाया तो प्रस्तावित जंबो कार्यकारिणी में कटौती की जा सकती है।
उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह ढाई साल से ज्यादा वक्त से पुरानी कार्यकारिणी से ही काम चला रहे थे। बीती 17 दिसंबर को पार्टी हाईकमान से हरी झंडी मिलने के बाद तकरीबन 430 सदस्यीय जंबो कार्यकारिणी भंग कर दी गई थी। इसके बाद से ही नई कार्यकारिणी की घोषणा के आसार बने हुए हैं।
पहले पंचायत चुनाव के मद्देनजर नई कार्यकारिणी का गठन टल गया था। इसके बाद नागरिकता संशोधन कानून के देशव्यापी विरोध कार्यक्रमों में पार्टी हाईकमान समेत केंद्रीय नेताओं की व्यस्तता के चलते नई कार्यकारिणी का गठन टलता चला गया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह बीते रोज दिल्ली पहुंच चुके हैं। अपने प्रस्तावित तीन दिनी दिल्ली दौरे में वह केंद्रीय नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। दरअसल नई कार्यकारिणी का आकार जंबो रहने के संकेत मिल चुके हैं। सूत्रों की मानें तो 142 सदस्यीय नई कार्यकारिणी का आकार कम किए जाने पर प्रदेश अध्यक्ष का जोर है।
प्रदेश अध्यक्ष की चली तो नई कार्यकारिणी का आकार 70 तक सिमट सकता है। हालांकि वर्ष 2022 में विधानसभा चुनाव की चुनौती देखते हुए प्रदेश में कांग्रेस के दिग्गजों की ओर से कार्यकारिणी का आकार बड़ा रखने की ही अंदरखाने पुरजोर पैरवी की जा रही है। प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह के बीच नई कार्यकारिणी के मुद्दे को लेकर बैठक हो चुकी है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन केसी वेणुगोपाल के साथ जल्द बैठक में कार्यकारिणी के आकार पर फैसला मुमकिन है। प्रीतम सिंह की ओर से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मिलने के लिए भी वक्त मांगा गया है। ऐसे में कार्यकारिणी के गठन की संभावना बढ़ गई है।