आचार्य सत्येंद्र दास ने बताई प्राण प्रतिष्ठा और पूजा विधि

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा है। एक लंबे इंतजार के बाद अब जाकर श्रीराम अपनी अयोध्या नगरी में विराजमान होंगे। भव्य और दिव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी को हिंदू रीति रिवाजों से रामलला को विराजमान किया जाएगा।

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह और उससे पहले के अनुष्ठानों के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने पूजा से जुड़ी जानकारियां साझा करते हुए बताया कि प्राण प्रतिष्ठा एक व्यापक अनुष्ठान है इसलिए पूजा 15-16 जनवरी से शुरू होगी। 15-16 को इसलिए क्योंकि 14 को खरमास खत्म होगा।

खरमास समाप्त होने पर शुरू होंगे कार्यक्रम

आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि खरमास में कोई शुभ काम नहीं किए जाते, इसलिए खरमास खत्म होने के बाद ही रामलला को विराजमान किया जाएगा। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान कार्यक्रम 15 और 16 जनवरी से शुरू हो जाएगा। मूर्ति को ‘नगर भ्रमण’ या ‘परिसर भ्रमण’ के लिए ले जाया जाएगा। उसके बाद, अन्य अनुष्ठान भी होंगे।

22 जनवरी को मौजूद रहेंगे पीएम

आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा होगी, लेकिन इससे पहले अन्य पूजा और प्रक्रियाएं होंगी। ये सभी प्रक्रियाएं प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरी की जाएंगी। मुख्य समारोह में केवल मुख्य कार्यक्रम होगा। उस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या में मौजूद रहेंगे।

रहेगा सार्वजनिक अवकाश

राम मंदिर में श्रीराम के विराजमान होने वाले दिन पूरा देश खुशियां मनाएगा। उत्तर प्रदेश में तो दीपावली मनाई जाएगी। इस कार्यक्रम को देखते हुए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एलान किया है। सीएम योगी ने 22 जनवरी को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर पूरे प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। सभी शिक्षण संस्थाओं व सरकारी कार्यालयों समेत अन्य प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.