देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण पर काफी हद तक नियंत्रण किया जा चुका है। जानलेवा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने पहले से ही सारी तैयारियां कर ली थी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के कुशल नेतृत्व में प्रशासन की टीमों और कोरोना वॉरियर्स ने दिनरात प्रयास करके इस मुश्किल काम को मुमकिन कर दिखाया है।
दरअसल ये सब संभव हो पाया है सूबे के मुखिया त्रिवेंद्र सिंह रावत की दूरदर्शिता के कारण। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र जी के द्वारा कोरोना संकट के दौरान सही समय पर सटीक निर्णय लिए गए, साथ ही मौके पर रहकर वे लगातार परिस्थितियों का जायज़ा लेते रहे। कोविड-19 को नियंत्रित करना हो या फिर बाहरी राज्यों में फंसे अप्रवासी उत्तराखण्डियों की राज्य में सकुशल वापसी, सभी मोर्चों पर राज्य सरकार सही फ़ैसले लेते हुए कुशलता से कार्य करती हुई नजर आयी।
इसी का परिणाम है कि उत्तराखंड में आज कोरोना संक्रमण के सक्रिय मामलों की संख्या 500 से भी कम हो चुकी है। ये देश के अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है। प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 80% से ऊपर पहुंच गया है। इस बाबत स्वयं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर जानकारी दी।
फेसबुक पर अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा- “कोरोना योद्धाओं की मेहनत रंग ला रही है आज उसी का परिणाम है कि प्रदेश में कोरोना का रिकवरी रेट 80% से ऊपर पहुंचा है। मैं उन तमाम कोरोना योद्धाओं को हृदय की गहराइयों से नमन करता हूं जो रात-दिन इस मानवता भरे कार्य में बिना अपनी जान की परवाह किए लगे हुए हैं। कोरोना को पूर्णरूप से मात देने के लिए तथा अनलॉक-2 के चलते अब हमें पहले से भी अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। सतर्क रहें, सावधान रहें।”