देहरादून उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र के दौरान जहां विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है, वहीं सरकार ने भी इसी हिसाब से अपनी रणनीति तैयार की है। ऐसे में सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। सत्र के दौरान अनुपूरक बजट, दो सरकारी व दो असरकारी विधेयक भी पेश किए जाएंगे। सत्ता पक्ष और विपक्ष के 19 विधायकों ने सत्र के लिए 788 सवाल लगाए हैं। पहले दिन मौजूदा विधानसभा के दो दिवंगत विधायकों डा इंदिरा हृदयेश (पूर्व मंत्री व नेता प्रतिपक्ष) व गोपाल रावत के अलावा पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह भंडारी, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री बची सिंह रावत, पूर्व विधायक अंबरीष कुमार व श्रीचंद, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी गई।
उत्तराखंड की भाजपा सरकार में हुए नेतृत्व परिवर्तन के बाद विधानसभा का यह पहला सत्र है। सत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर नेता सदन पहली मर्तबा मौजूद रहेंगे तो नेता प्रतिपक्ष के रूप में प्रीतम सिंह। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पिछले सत्रों की भांति इस बार भी सभामंडप का विस्तार किया गया है।
सुरक्षित शारीरिक दूरी के लिहाज से सभामंडप में 40 और प्रकाश पंत भवन स्थित कक्षा संख्या 107 में 30 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। 71 सदस्यीय विधानसभा (70 निर्वाचित व एक मनोनीत) में वर्तमान में दो सदस्यों के पद रिक्त हैं। अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था कक्ष संख्या 120 में की गई है।
बहुगुणा को दी जाएगी श्रद्धांजलि
पहले दिन सदन में प्रवेश करने से पहले सभी सदस्य सदन की गैलरी में प्रसिद्ध पर्यावरणविद् पद्म विभूषण सुंदरलाल बहुगुणा को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने यह जानकारी दी। इस मौके पर स्वर्गीय बहुगुणा के पुत्र राजीव नयन बहुगुणा को सम्मानित भी किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने यह भी जानकारी दी कि उनके कार्यालय कक्ष में भी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे।