प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर पंजाब सरकार के बचाव में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी भी कूद पड़ी है। प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष व सलाहकार सुरेंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पंजाब में होने वाली रैली में भीड़ नहीं जुट पाने का ठीकरा सुरक्षा चूक पर फोड़ा जा रहा है। भाजयुमो के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर प्रदर्शन की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन केंद्रीय गृह मंत्री के आवास के बाहर होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार की नहीं, बल्कि एसपीजी की होती है। इस मामले में एसपीजी प्रमुख और गृह मंत्री का इस्तीफा लिया जाना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि फिरोजपुर में जहां किसानों ने रास्ता रोका, वह क्षेत्र बीएसएफ की निगरानी में दिया गया है। बीएसएफ के स्तर पर सुरक्षा क्षेत्र की निगरानी नहीं करने पर केंद्रीय गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में अगर चूक हुई है तो इसके लिए एसपीजी, बीएसएफ और आइबी जिम्मेदार है। ये तीनों गृह मंत्री के अधीन हैं
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने कहा कि भाजयुमो ने कांग्रेस भवन के बाहर जो अराजकता की है, वह अस्वीकार्य है। यह उकसाने वाली कार्यवाही थी, जिसे कांग्रेस ने धैर्य का परिचय देकर टकराव को टाल दिया। भाजपा नेताओं को इससे बाज आना चाहिए, अन्यथा उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रतिमा सिंह ने कहा कि भाजयुमो कार्यकर्त्ताओं के प्रदर्शन का समर्थन पुलिस कर रही थी। कांग्रेस कार्यकर्त्ताओं ने संयम नहीं बरता होता तो आज प्रदेश का माहौल बिगड़ सकता था। उन्होंने कहा कि भाजपा हार के अंदेशे से बौखला गई है।