लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को हिन्दी के विख्यात लेखक तथा नाटककार भारतेन्दु हरिश्चंद्र को उनकी जयंती पर नमन किया। मुख्यमंत्री ने लखनऊ के भारतेन्दु नाट्य अकादमी प्रांगण में भारतेन्दु हरिश्चंद्र की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आजादी के अमृत महोत्सव एवं चौरी-चौरा शताब्दी समारोह की शृंखला में आज भारतेन्दु हरिश्चन्द्र जी की प्रतिमा का अनावरण किया । मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अक्सर होता है कि कोई व्यक्ति सिर्फ एक पक्ष को लेकर चल पाता है। सभी क्षेत्रों में पारंगत होने के बावजूद अपने राष्ट्र के प्रति प्रेम कूट कूट के भरा हो, यह कम देखने को मिलता है। उन्होंने कहा कि भारतेन्दु जी हर क्षेत्र में पूर्ण पारंगत होने के साथ ही राष्ट्र के लिए समर्पित थे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज जिस बोली को हम बोल रहे हैं, उसमें विदेशी आक्रांताओं और अन्य के कारण तमाम शब्द जुड़ते गए और बोली खिचड़ी सी हो गई थी। भारतेन्दु जी ने इसके बाद अथक प्रयास से निज भाषा उन्नति अहै…का भाव जगाया। उन्होंने जताया कि हम अपनी भाषा में सिखाने का प्रयास करेंगे तो हर कोई जल्दी सीखेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने लोगों में राष्ट्र प्रेम की भावना अपने लेखों तथा नाटक से भरी। उनको पता था कि गुलामी की बेडिय़ों को तोडऩा है तो वह अपनी भाषा के जरिए हो सकता है, यह भाव भारतेन्दु जी ने जगाया। उन्होंने अपनी कृति के साथ ही एक-एक बात के माध्यम से जन मानस को प्रभावित करने का प्रयास किया।
भारतेन्दु नाट्य अकादमी में प्रतिमा अनावरण समारोह में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा के साथ कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भारतेंदु नाट्य अकादमी के संस्थापक निदेशक पद्मश्री राज बिसारिया, हेमेन्द्र भाटिया, दीपेश चौधरी, अतुल तिवारी, सुरेश शर्मा, सूर्य मोहन कुलश्रेष्ठ, सलीम आरिफ, राम चंद्र सिंह, राकेश श्रीवास्तव, जेपी सिंह, विभांशु वैभव, सुशील कुमार, अरुण त्रिवेदी, रमा अरुण त्रिवेदी, चित्रा मोहन, जितेंद्र मित्तल, ललित पोखरिया, राघव प्रकाश, मिराज आलम, अवनीश मिश्रा, दिलीप आर्या, संजय यादव, मनोज शर्मा, रोहित त्रिपाठी, विजय सैनी, अभिषेक गुप्ता, कृष्ण गोपाल, वैभव सारस्वत, अरुण शेखर, राजीव राज, ब्रजेश व्यास, भूपेश जोशी, अजीत सिंह, राजेश त्रिपाठी, अशोक पाठक, नल्नीश नील आदि को भी सम्मानित किया ।