देश का मान बढ़ाने वाले उत्तराखंड के युवा शटलर लक्ष्य सेन को मुख्यमंत्री ने 15 लाख रुपये का चेक देकर किया सम्मानित

विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर देश का मान बढ़ाने वाले उत्तराखंड के युवा शटलर लक्ष्य सेन को मुख्यमंत्री ने नई खेल नीति के तहत 15 लाख रुपये का चेक देकर सम्मानित किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें लक्ष्य पर नाज है। वह देश का गौरव हैं।

मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता दर्शन हाल में रविवार को अल्मोड़ा निवासी युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन की उपलब्धि पर सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लक्ष्य के साथ उनके पिता डीके सेन, माता मंजू सेन को भी सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लक्ष्य की उपलब्धि से अन्य खिलाड़ी भी प्रेरित होंगे। प्रदेश सरकार की नई खेल नीति खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन देने में मील का पत्थर साबित होगी।

इस दौरान लक्ष्य सेन ने कहा कि खिलाड़ी को पदक या पुरस्कार की लालसा नहीं रखते हुए सिर्फ कड़ी मेहनत पर ध्यान देना चाहिए। कड़ी मेहनत ही मुकाम तक पहुंचने का रास्ता दिखाती है। इस दौरान उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन संघ के चीफ पैटर्न डीजीपी अशोक कुमार, अध्यक्ष अलकनंदा अशोक आदि मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री से एकेडमी बनाने की गुहार

सम्मान समारोह में पहुंचे युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र सौंप परेड ग्राउंड स्थित नवनिर्मित बहुउद्देश्यीय हाल में बैडमिंटन एकेडमी बनाने की मांग की। उत्तरांचल स्टेट बैडमिंटन एकेडमी के सचिव बीएस मनकोटी ने बताया कि एसोसिएशन ने भी मुख्यमंत्री से बहुउद्देश्यीय हाल में बैडमिंटन एकेडमी बनाने की मांग की है। एकेडमी के निर्माण से राज्य के खिलाड़ियों के पलायन पर भी रोक लगेगी।

दून विवि में डा. ईशान पुरोहित के काव्य संग्रह का विमोचन

दून विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में युवा लेखक डा. ईशान पुरोहित के नए काव्य संग्रह ‘मैं क्यों हारूं’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षाविद, साहित्यकार व संस्कृति से जुड़े विशेषज्ञ शामिल हुए। दून विवि के सीनेट हाल में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री प्रो. एएन पुरोहित ने की, जबकि प्रख्यात लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया।

दून विवि की कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने क्षेत्र की अस्मिता का बोध कराया। यूकास्ट के महानिदेशक, डा. राजेंद्र डोभाल, शिक्षाविद प्रो. डीआर पुरोहित व प्रो. केसी पुरोहित ने भी अपने विचार रखे। काव्य संग्रह की समीक्षा बीना बेंजवाल, गिरीश सुंदरियाल व डा. अंजू भट्ट ने की। कार्यक्रम के प्रस्तोता गढ़वाल के ख्याति प्राप्त कवि गणेश खुगशाल गणी रहे। इस दौरान डा. ईशान पुरोहित, डा. गुंजन पुरोहित और कीर्ति नवानी ने अपने विचार रखे। डा. ईशान पुरोहित का यह तीसरा काव्य संग्रह प्रकाशित हुआ है। इससे पूर्व उनके दो काव्य संग्रह जीवन तो चलता रहता है और बाकी हूं अभी। प्रकाशित हो चुके हैं।

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