देहरादून उत्तराखंड के कई जिलों में आज सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इससे लोग दहशत में आ गए और अपने घरों से बाहर निकल आए। लोगों का कहना है कि झटके काफी तेज थे। आज सुबह करीब पांच बजकर 58 मिनट पर उत्तराखंड में भूकंप आया। भूकंप का केंद्र चमोली जिले के जोशीमठ में रहा। यह धरती के पांच किमी अंदर आया। साथ ही इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई। हालांकि अभी तक भूकंप से नुकसान की कोई सूचना नहीं है।
शनिवार की सुबह चमोली की धरती भूकंप से कांप उठी। भूकंप का झटका तेज था, इससे लोग घरों से भी बाहर निकल गए। आज सुबह 5.58 बजे की धरती कांप उठी। भूकंप का केंद्र चमोली जिले के जोशीमठ में जमीन के भीतर करीब पांच किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.7 मैग्नीट्यूड रही। भूकंप के तेज झटका चमोली के अलावा अन्य जिलों में महसूस किए गए। हालांकि अभी भूकंप से नुकसान की कोई सूचना नहीं है। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि जिले में भूकंप से नुकसान की सूचना नहीं है। तहसीलों से रिपोर्ट मांगी गई है । आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने कहा कि भूकंप के बाद विभाग अलर्ट है।
उत्तराखंड में 50 साल में आए 426 भूकंप
उत्तराखंड भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील राज्य है। यहां 50 सालों (वर्ष 1968 से 2018 ) में करीब 426 बार भूकंप के झटके महसूस किए हैं। वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान के विज्ञानी के अनुसार, इन भूकंप से मात्र पांच फीसद ही भूकंपीय ऊर्जा धरती से बाहर आई है। इसका मतलब साफ है कि यहां आठ रिक्टर स्केल के भूकंप आने की आशंका बनी हुई है।
पिछले माह देहरादून में आया था भूकंप
पिछले माह अगस्त माह की 10 तारीख की दोपहर देहरादून में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि, कम तीव्रता के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ था। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 3.8 आंकी गई था। इस भूकंप का केंद्र देहरादून जनपद के साहिया के निकट रहा।
क्यों बार-बार आता है भूकंप
हमारी धरती के अंदर प्लेटस होती हैं, जो लगातार खिसकती रहती हैं। जिस जगह यह प्लेटस अधिक टकराती हैं, वह क्षेत्र फाल्टलाइन कहलाता है। बार-बार प्लेटस टकराने से इसके कोने मुड़ जाते हैं। अधिक दबाव बनने के कारण ये प्लेट्स टूटती है। साथ ही नीचे धरती की सतह पर आने का रास्ता खोजती हैं। इससे धरती पर हलचल शुरू हो जाती है। इसी को भूकंप कहते हैं। इसलिए बार भूकंप आते हैं।