देहरादून । उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने संयुक्त रूप से विधानसभा परिसर में सभा मंडप का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सदन की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री ने संतुष्टि जताई। उत्तराखंड विधानसभा के 23 सितंबर से 25 सितंबर तक आहुत होने वाले मानसून सत्र की तैयारियों को लेकर आज मुख्यमंत्री ने सदन का निरीक्षण करते हुए विधायकों के सीटिंग व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान वर्चुअल के माध्यम से जुड़ने वाले विधायकों के लिए वर्चुअल व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। साथ ही सदन के भीतर साउंड व्यवस्थाओं से लेकर कई अन्य बातों पर मुख्यमंत्री ने विधानसभा के अधिकारियों को सुझाव भी दिए।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि सभी विधायकों को पहले अपना कोविड-19 टेस्ट करना होगा जिसके रिजल्ट की कॉपी विधानसभा को देनी होगी।विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि जिन विधायकों का टेस्ट नेगेटिव होगा वह ही सदन में प्रतिभाग करेंगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के विधायकों सहित सभी युवा विधायकों को भी वर्चुअल के माध्यम से सदन में प्रतिभाग करने का आग्रह किया जाएगा।श्री अग्रवाल ने जानकारी दी कि 12 ऐसे माननीय सदस्य हैं जिनकी उम्र 65 वर्ष से अधिक है। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों को देखते हुए 47 विधायकों के बैठने की व्यवस्था है वहीं पत्रकार दीर्घा, दर्शक दीर्घा एवं अघिकारी दीर्घा में भी विधायकों के बैठने की व्यवस्था बनाई जा रही है जिससे सभी 70 विधायकों को सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए सदन में बैठाया जा सकता है।श्री अग्रवाल ने बताया कि राज्यपाल दीर्घा में अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि विधायकों को प्रवेश द्वार से ही सदन तक तीन बार सैनिटाइज करने की व्यवस्था की जा रही है साथ ही सदन में प्रवेश करते ही विधायकों को मास्क, गलप्स एवं सैनिटाइजर उपलब्ध करवाया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि कोरोना के बीच सत्र चलाना एक चुनौती से कम नहीं है परंतु सभी आवश्यक बातों को ध्यान में रखकर सत्र को विधिवत आहूत किया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने इसके लिए सभी माननीय सदस्यों का सहयोग भी माँगा है।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सत्र के दौरान पूरा प्रश्नकाल चलेगा जिसमें अभी तक 23 विधायकों द्वारा विधानसभा को 1,000 से अधिक प्रश्न भी प्राप्त हो चुके हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि 11 सितंबर को आहुत होने वाली सुरक्षा बैठक के बाद कई अन्य विषय पर चर्चा वार्ता कर सत्र को संचालित करने का अंतिम रूप दिया जाएगा।