प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व विधायक सरिता आर्य आज भाजपा में शामिल हो गई हैं। आर्य ने देहरादून स्थित भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने उन्हें सदस्यता दिलाई। इस दौरान सरिता आर्य ने कहा कि वे बिना शर्त भाजपा में आई हैं। वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने सरिता आर्य को पार्टी के सभी पदों से हटाने के साथ छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। बता दें कि सरिता यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में आने से नाराज है। वे नैनीताल सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। हाल ही में भाजपा प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से उन्होंने मुलाकात भी की थी।
प्रदेश महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सरिता आर्य की पार्टी में एंट्री को यशपाल आर्य और संजीव आर्य के भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने के जवाब के रूप में देखा जा रहा है। सरिता के बहाने भाजपा अनुसूचित जाति के साथ महिला चेहरे के तौर पर कांग्रेस पर हमला बोलने की तैयारी में है। पार्टी सरिता आर्य को नैनीताल सीट से भाजपा अपना उम्मीदवार बना सकती है।
दरअसल, कांग्रेस में टिकटों को अंतिम रूप दिए जाने की कवायद के साथ ही असंतोष मुखर होने लगा। टिकट कटने की जानकारी मिलने पर सरिता आर्य ने विद्रोही तेवर अपनाते हुए भाजपा में जाने के संकेत दिए थे। शुक्रवार देर रात्रि उन्होंने भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि टिकट मिला तो उन्हें भाजपा में जाने से गुरेज नहीं होगा।
सरिता आर्य कुमाऊं मंडल में नैनीताल सुरक्षित सीट से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुई थीं। 2017 के चुनाव में वह हार गईं थीं। सरिता आर्य वर्तमान में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष हैं। नैनीताल से टिकट कटने से सरिता आर्य नाराज चल रहीं थी। चुनाव के मौके उनकी नाराजगी से पार्टी के माथे पर बल पड़े रहे।