लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोक गायिका, पद्म भूषण शारदा सिन्हा के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर उनके निधन को संगीत जगत की अपूरणीय क्षति बताया। मुख्यमंत्री ने लिखा कि प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डा. शारदा सिन्हा का निधन अत्यंत दुखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने अपने उत्कृष्ट पारंपरिक गायन के माध्यम से मैथिली, भोजपुरी सहित अनेक लोक भाषाओं और लोक संस्कृति की सेवा की तथा राष्ट्रीय पटल पर उन्हें सम्मान दिलाया। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि!
सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा (72) ने दिल्ली एम्स में अपनी आखिरी सांस ली। इस खबर ने देशभर में उनके शुभचिंतकों को झकझोर कर रख दिया। शारदा सिन्हा के गाये छठ गीत अभी हर तरफ बज रहे हैं और इस महापर्व के बीच में उनकी निधन की खबर से प्रशंसकों में मायूसी छायी है। पीएम मोदी समेत देश के बड़े नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
अपनी माटी की खुशबू सहेजे जब खनकती आवाज की जादूगर शारदा सिन्हा के स्वर बिहार से निकले तो पूरे पूर्वांचल ही नहीं देशभर के भोजपुरिया समाज पर छा गए। लोक परंपराओं को सजोए गीत भी ऐसे की जिन्हें जितनी बार सुनिए उतनी बार नयापन का अहसास और मिठास जो मन को भावों से भर दे। खासकर छठ महापर्व पर शारदा सिन्हा के गीत कान में न पड़ें तो जैसे अनुष्ठान ही अधूरा हो। लोक मानस से जुड़े महापर्वारंभ पर उनका जाना गायिकी के एक युग का अंत हो जाना कहा जाएगा। अभी छठ की छटा बिखरने वाली थी, उनके गीत लोगों की जुबां पर उतरने वाली थी तभी भोजपुरी के स्वरों की साधिका अपने लाखों-लाख प्रशंसकों को अलविदा कह गईं। रह गईं तो उनकी यादें, उनके गीत और संकल्प जिसके विकल्प शायद ही मिल पाएं। उनका जाना काशी को अखर गया।