राजस्थान के मंत्री गोविंद सिंह दोतासरा ने बुधवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि महंगाई को काबू करने के लिए सरकार को डीजल के दाम 25 रुपये कम कर देने चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार अपने ‘दोस्तों’ के लिए सब कुछ कर रही है लेकिन उसे आम आदमी और किसानों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है।
दोतासरा ने कहा, ‘अगर कीमत कम करनी ही थी तो डीजल पर कम से कम 25 रुपये कम करने चाहिए ताकि महंगाई पर काबू पाया जा सके। मोदी सरकार अपने दोस्तों के लिए सब कुछ कर रही है लेकिन आम आदमी और किसानों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है।
दोतासार की तरफ से यह बयान ऐसे समय पर आया है जब वित्त मंत्रालय ने पहले तीन नवंबर को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में पांच रुपये प्रति लीटर की कटौती और डीजल पर उत्पाद शुल्क में 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की थी।
उन्होंने कहा, ‘किसानों के वोट से चुनाव जीतने वाली भाजपा ने कभी उन किसानों के कल्याण के बारे में नहीं सोचा। अपने पहले कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने भूमि अधिग्रहण विधेयक में कुछ संशोधन किए थे। हालांकि, कांग्रेस और राहुल गांधी हमेशा किसानों के पक्ष में खड़े रहे।’ कांग्रेस नेता ने आगे कहा, ‘अपने दूसरे कार्यकाल में एनडीए के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने पूंजीवादी दोस्तों, जिन्होंने चुनाव के दौरान फंडिग में भाजपा की मदद की थी, को फायदा पहुंचाने के लिए तीन काले कानून लाए। लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में भी यही हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के बावजूद, केंद्र जांच ठीक से नहीं कर रहा है। मुझे लगता है कि यह एक साजिश है।’