शाही शहर में हिंसा करने के मामले में मुख्य आरोपित दमदमी टकसाल जत्थे के ओहदेदार राजपुरा निवासी बरजिंदर सिंह परवाना सहित छह अन्य लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हरीश सिंगला के साथी शिव सेना बाल ठाकरे के जिला प्रधान शंकर भारद्वाज के अलावा हिंदू नेता अश्वनी कुमार उर्फ गग्गी पंडित निवासी बहादुरगढ़ पटियाला के अलावा शिव देव निवासी गांव बाल सिकंदर जिला फतेहगढ़ साहिब, दविंदर सिंह निवासी जींद हरियाणा राजिंदर सिंह निवासी समाना पटियाला को गिरफ्तार कर लिया है। आइजी मुखविंदर सिंह छीना ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि बरजिंदर सिंह परवाना को मोहाली से गिरफ्तार किया है। सभी आरोपितों को आज डयूटी मजिस्ट्रेट के सामने पेश कर पुलिस रिमांड लिया जाएगा
हरीश सिंगला ने बिना मंजूरी निकाला था मार्च
डीसी साक्षी साहनी ने कहा कि शुक्रवार को निकाली जाने वाली दोनों रैलियों को जिला प्रशासन की तरफ से कोई मंजूरी नहीं की गई थी, इनके आवेदन को प्रशासन ने खारिज कर दिया था। खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने के लिए हरीश सिंगला ने जिला प्रशासन से मंजूरी मांगी थी, वहीं दूसरे गुट ने भी खालिस्तान के हक मार्च निकालने के लिए मंजूरी मांगी थी।
परवाना के खिलाफ 4 केस हैं दर्ज
मुख्य साजिशकर्ता बरजिंदर सिंह परवाना कई मामलों में वांछित है। उस पर चार केस दर्ज हैं। राजपुरा के गुरु गोबिंद सिंह नगर का रहने वाला परवाना ही भीड़ को श्री काली माता मंदिर के बाहर इकट्ठा करने व भड़काने का मास्टरमाइंड है।
इसलिए हुआ टकराव
आतंकी संगठन सिख्स फार जस्टिस (एसएफजे) के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक वीडियो संदेश के जरिये 29 अप्रैल (शुक्रवार) को खालिस्तान के समर्थन में एक मार्च की अपील की थी। इसके विरोध में शिवसेना बाल ठाकरे के प्रदेश उपाध्यक्ष हरीश सिंगला ने ‘खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च’ की घोषणा कर दी। मार्च के बाद खालिस्तान का पुतला जलाने का कार्यक्रम भी था। जब यह मार्च निकाला जा रहा था, तो खालिस्तान समर्थक संगठनों ने भी मार्च शुरू कर दिया। श्री काली माता मंदिर के बाहर दोनों संगठनों में टकराव हो गया।