देश में कोरोना महामारी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैक्सीन की रणनीति को लेकर एक समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में पीएम मोदी ने कोरोना वैक्सीन की सफलता की गति, विनियामक अनुमोदन और खरीद से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। टीकाकरण रोल-आउट के लिए वैक्सीनेटर और तकनीकी प्लेटफॉर्मो को जोड़ने, एचसीडब्ल्यू तक पहुंचाने, कोल्ड चेन इंफ्रास्ट्रक्चर वृद्धि के लिए जनसंख्या समूहों की प्राथमिकता जैसे विभिन्न मुद्दों की भी समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस बैठक में पीएमओ से जुड़े अधिकारी, नीति आयोग, विदेश मंत्रालय, विज्ञान और प्रौद्दोगिकी, और स्वास्थ्य मंत्रालय के बड़े अधिकारी मौजूद रहे।
बता दें कि कोरोना वैक्सीन को लेकर कई फार्मा कंपनिया दावा कर रही हैं कि उनकी वैक्सीन 90 फीसद से ज्यादा कागरगर है। इसी के चलते भारत सरकार अब कोरोना वैक्सीन को लेकर बैठक कर रही है। कोरोना वैक्सीन की सफल परीक्षणों में अब तक अमेरिका की फाइजर, मॉडर्ना इंक और ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका वैक्सीन ने खुद को 90 फीसद से ज्यादा कारगर बताया है। वहीं, सीरम इंस्टीट्यू ऑफ इंडिया ने कहा है कि देश में जनवरी माह तक कोरोना की वैक्सीन आ सकती है।
भारत बायोटेक कंपनी की वैक्सीन का ट्रायल तीसरे चरण में
अपने देश की कोरोना वैक्सीन की बात करें तो भारत में तीन कंपनियों का ट्रायल विभिन्न चरणों में है। इसमें भारत बायोटेक कंपनी की वैक्सीन का ट्रायल तीसरे चरण में शुरू हो चुका है, अभी तक आए इसके नतीजे कारगर साबित हुए हैं।
दिल्ली में फिर बढ़ रहे कोरोना के नए मामले
देश में कोरोना के नए मामलों में कमी देखी जा रही है। वहीं, कोरोना की रिकवरी दर भी बाकी देशों की अपेक्षा बहुत अच्छी है। हालांकि, देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के मामलों मे एक बार फिर बढ़ोतरी देखी जा रही है।दिल्ली में रोजाना 7 हजार के आस-पास नए मामले आ रहे हैं। इसी के चलते केंद्र व राज्य सरकार दिल्ली में फिर से कोरोना के खिलाफ एकजुट हो कर लोगों से महामारी के खिलाफ जंग जीतने के लिए कड़ाई से पालन करने का अनुरोध कर रहे हैं।