सीएए-एसआरसी और एनपीआर के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग और लखनऊ के घंटाघर की तर्ज पर हल्द्वानी में भी मुस्लिम महिलाओं ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हाथाें में नारे लिखीं तफ्तियां लिए महिलाएं और बच्चे अपनी मांगों को पुरुजोर तरीके से उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के खिलाफ नारेबाजी कर रहीं प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि सरकार संविधान की प्रस्तावना के खिलाफ कार्य कर रही है। यह कदम देश के लोकतंत्र के लिए घातक है। हल्द्वानी के ताज चौराहे पर प्रदर्शन करने वाली महिलाें और बच्चों का धरना अनिश्चितकालीन होने वाला है।
सुबह दस बजे से ताज चौराहे पर जुटने लगीं महिलाएं
सुबह दस बजे से महिलाएं हल्द्वानी के ताज चौराहे पर जुटने लगीं हैं। दिन चढ़ने के साथ ही भीड़ में लगातार इजाफा हो रहा है। फिलहाल तकरीबन चार सौ महिलाएं धरना स्थल पर बैठी हैं। मौसम भी महिलाओं का साथ दे रहा है। धूप खिलने के कारण धरना स्थल पर भीड़ लगातार बढ़ रही है। बताया जा रहा है कि धरना फिलहाल शाम पांच बजे तक चलेगा। आगे की रणनीति उसके बाद तय होगी। प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक सीएए-एनआरसी और एनपीआर वापस नहीं हो जाता। महिलाओं का ये प्रदर्शन स्वत: स्फूर्त है।
युवाओं ने थामी यातायत व्यवस्था, आवागमन सुचारु
शहर का सबसे व्यस्ततम चौराहा होने के बावजूद ताज चौराहे पर आवागमन सुचारु है। यातायात की व्यवस्था को युवाओं ने संभाल रखा है। जहां कहीं भी जाम जैसी स्थिति बन रही है वे आगे बढ़कर वाहनों को पास करा रहे हैं। उनका कहना है धरना-प्रदर्शन शांतिपूर्वक हो रहा है। इसके कारण किसी भी तरह की व्यवस्था प्रभावित नहीं होने दी जाएगी। यह महिलाओं स्वत:स्फूर्त प्रदर्शन है।
इन नारों से गूंज रहा है ताज चौराहा
जिनको पता नहीं है सीढि़यों का, वो हिसाब मांग रहे हैं पीढि़यों का, तिरंगे की बुलंदी को झुका नहीं सकता कोई, अमान अल्लाह हमे दुश्मन मिटा नहीं सकता कोई, वह तोड़ेंगे, हम जोड़ेंगे, नो एनपीआर, नो एनआरसी, तुम्हारी लाठी से तेज हमारी आवाज है, आई वाज बार्न इन इंडिया, आई विल डाइ इन इंडिया…जैसे तख्तियों पर लिखे नाराें वाले पोस्टर हाथ में लेकर महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं।
पुलिस-प्रशासन मौके पर रखे हुए है सख्त नजर
ताज चौराहे पर महिलाओं के धरना-प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन भी मौके पर नजर रखे हुए है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद है।