राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से शुक्रवार को राजभवन में मिस उत्तराखंड-2022 ऐश्वर्या बिष्ट ने मुलाकात की। इस दौरान मिस उत्तराखंड 2022 की प्रथम रनरअप हिमानी रावत, द्वितीय रनरअप मानसी ग्रेवाल, तृतीय रनरअप तमन्ना शाही व चतुर्थ रनरअप राजश्री डोभाल भी उपस्थित रहीं।
इस दौरान सिनमिट कम्यूनिकेशन के निदेशक दिलीप सिंधी, राजीव मित्तल भी उपस्थित रहे।
राज्यपाल ने मिस उत्तराखंड सहित सभी प्रतिभागियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की बालिकाओं व महिलाओं से वह बेहद प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के मंच उन्हें अपनी प्रतिभाओं को निखारने व स्वप्रेरणा के लिए आगे लाते हैं
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं में चुनौती को स्वीकार करने व उससे निपटने का एक अलग ही जज्बा है। वे उत्तराखंड की दिव्यता की प्रतीक हैं।
राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाने में उत्तराखंड की महिलाओं की बड़ी भूमिका है। उन्होंने ऐश्वर्या बिष्ट को फेमिना मिस इंडिया के फाइनल में चयन होने व प्रतियोगिता में विजयी होने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी।
निदेशक दिलीप सिंधी ने बताया कि मिस एवं मिस्टर उत्तराखंड प्रतियोगिता में यहां के युवाओं एवं युवतियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलता है। उन्होंने अवगत कराया कि मिस उत्तराखंड ऐश्वर्या बिष्ट फेमिना मिस इंडिया की फाइनलिस्ट भी चुनी गई हैं, जो प्रतियोगिता में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगी
राज्यपाल ने सभी को केदारनाथ धाम की प्रतिकृति भेंट स्वरूप प्रदान की। इस दौरान प्रथम महिला गुरमीत कौर व शिवांगी शर्मा भी उपस्थित रही।
उत्तराखंड को प्लास्टिक मुक्त बनाने को चलेगा अभियान: गुरमीत
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) से गुरुवार को राजभवन में वाइस एडमिरल अनिल कुमार चावला (सेनि) व सामाजिक कार्यकर्त्ता अनूप नौटियाल ने मुलाकात की। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड को स्वच्छ एवं प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए एक जन अभियान चलाने की आवश्यकता है।
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पर्यावरण संरक्षण व स्वच्छता जागरूकता के क्षेत्र में कार्य कर रहे अनिल कुमार चावला और अनूप नौटियाल के साथ बैठक में प्रदेश को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए सुझाव प्राप्त किए।
कहा गया कि स्वच्छता अभियान से सभी हितधारकों को जोड़ा जाना होगा। घर से निकलने वाले कूड़े का गीले व सूखे के रूप में पृथक्कीकरण किया जाना चाहिए। सफाई करने वाले कार्मिकों को उचित सम्मान दिया जाए और उनका हौसला बढ़ाया जाए।
इस संबंध में इंदौर माडल का अध्ययन कर इसे उत्तराखंड में क्रियान्वित करने की कार्ययोजना बनाई जानी चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि पहले चरण में स्वच्छता अभियान को देहरादून व हरिद्वार शहरों में शुरू किया जाएगा।
राज्यपाल ने कहा कि जल्द ही नगर निगमों के महापौरों के साथ बैठक कर विस्तृत कार्ययोजना पर विचार-विमर्श किया जाएगा। अनिल चावला ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में केरल राज्य में उनके कार्यों की जानकारी राज्यपाल को दी। साथ ही कूड़ा प्रबंधन पर विस्तार से अनुभव साझा किए।
अनूप नौटियाल ने देहरादून नगर निगम और उनके संयुक्त प्लास्टिक मुक्त अभियान के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि अभी तक 105 स्कूलों के 48 हजार विद्यार्थी और शिक्षक अभियान का हिस्सा बन चुके हैं।
छात्रों को सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग व गीले, सूखे कूड़े के पृथक्कीकरण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। जन जागरूकता के लिए विद्यालयों व विद्यार्थियों को प्लास्टिक संरक्षक, प्लास्टिक योद्धा जैसे उपनाम दिए जा रहे हैं।