देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत के उस वक्तव्य पर कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य ने तंज कसा, जिसमें रावत ने कहा कि 2022 उनका आखिरी चुनाव होगा। मंत्री आर्य ने फेसबुक पर अपनी पोस्ट में हरदा को संबोधित करते हुए लिखा, ‘दाज्यू अब उम्र भी बहुत हो गई है। ऊपर वाले ने आपको कई पद भी दे दिए, अब लालसा समाप्त कर आराम करें।…आपका 2022 का नहीं बल्कि 2017 का चुनाव ही आखिरी चुनाव था। तब जनता ने आपको सेवानिवृत्त कर दिया था।’
कैबिनेट मंत्री आर्य ने आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से दिए जाने वाले टेक होम राशन (टीएचआर) के मामले में भी हरदा को घेरा। अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में टीएचआर की टेस्टिंग के बाद ही वितरण अनिवार्य किया गया है। इसके बावजूद हरदा इस मामले में बिना सोचे-समझे बोल गए। आर्य ने लिखा, ‘आपको तो अच्छी गुणवत्ता का टीएचआर महिलाओं व बच्चों को दिए जाने पर भी तकलीफ है। सबसे बड़ी बात ये कि इससे स्वयं सहायता समूहों की मातृशक्ति का काम छीना नहीं जा रहा, बल्कि यह कार्य ज्यादा से ज्यादा समूहों को देने की दिशा में सरकार कार्य कर रही है।’
कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि टेंडर सुनते ही हरदा बोल जाते हैं। इसमें दोष हरदा का नहीं, बल्कि उनके पूर्व के क्रियाकलापों का है। उन्होंने लिखा है, ‘दाज्यू शायद आप भूल गए, आपके टेंडर प्रेम से ही आपका नाम भी बदलकर ‘डेनिस’ वाले हरदा हो गया था।…आपको महिलाओं व बच्चों की चिंता कभी नहीं रही। आपने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में राज्य के हर शहर, गांव, गली-चौराहों पर शराब के ठेके व बार खुलवाए और प्रदेश का भविष्य बर्बाद करने का काम किया।’ भू-कानून के मसले पर हरदा को घेरते हुए मंत्री ने लिखा कि शायद वह यह भूल गए कि उनके कार्यकाल में ही प्रदेश की करोड़ों की जमीन कौड़ियों के भाव भू-माफिया को दे दी गई थी।