कोलकाता। विधानसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी की निगाहें अब 2024 के लोकसभा चुनाव पर है। सूत्रों ने बताया कि पार्टी अभी से इसकी तैयारियों में जुट गई है। आगामी 21 जुलाई को होने वाली तृणमूल की वर्चुअल शहीद दिवस रैली से ममता इस बार ‘दिल्ली चलो’ का नारा देने वाली हैं।
यही कारण है कि इस बार भाजपा विरोधी विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं को भी शहीद दिवस रैली से जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इतना ही नहीं, इस बार दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों में भी वर्चुअल शहीद दिवस रैली का आयोजन किया जा रहा है। विधानसभा चुनाव के बाद से ही तृणमूल राष्ट्रीय स्तर पर अपना विस्तार करने में जुटी हुई है।
इसकी जिम्मेदारी भी पार्टी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को सौंपी गई है, जिन्होंने पिछले दिनों दिल्ली में भाजपा विरोधी कई दलों के नेताओं से मुलाकात कर इस बाबत बातचीत की थी। तृणमूल में सांगठनिक स्तर पर भी व्यापक फेरबदल किया गया है।
तृणमूल संसद में भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ मुखर होने की तैयारी कर रही है। मानसून सत्र में किसान आंदोलन, पेट्रोल-डीजल की मूल्यवृद्धि समेत विभिन्न मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया जाएगा। तृणमूल संसद के मानसून सत्र में महिला आरक्षण बिल की मांग को भी जोरदार तरीके से उठाएगी।
तृणमूल के महासचिव अभिषेक बनर्जी 21 जुलाई की रात दिल्ली जा रहे हैं। उसके अगले हफ्ते मुख्यमंत्री दिल्ली जा रही हैं यानी मानसून सत्र के समय तृणमूल का शीर्ष नेतृत्व राजधानी में मौजूद रहेगा। ममता-मुकुल के एक साथ दिल्ली में होने को राजनीतिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।