पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में 21 फरवरी को महाशिवरात्रि पर्व पर केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि तय की जाएगी। इसी दिन पंचमुखी डोली के केदारनाथ धाम प्रस्थान का कार्यक्रम भी तय होगा। जिसको लेकर बदरी-केदार मंदिर समिति ने तैयारियां पूरी कर ली हैं।
महाशिवरात्रि पर्व पर ओंकारेश्वर मंदिर में भोले बाबा का नित्य अभिषेक एवं विशेष पूजा अर्चना के पश्चात केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि निर्धारण करने के लिए समारोह का आयोजन किया जाएगा। सुबह नौ बजे मंदिर समिति, आचार्यगण, हक हकूधरियों की मौजदगूी में पंचाग गणना के अनुसार केदानाथ के कपाट खुलने की तिथि तय की जाएगी। इस समारोह में रावल भीमाशंकर लिंग, मंदिर समिति अध्यक्ष मोहन प्रसाद थपलियाल सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी, धर्माचार्य, हक हकूकधारियों एवं श्रद्धालुगण उपस्थित रहेंगे।
इस दौरान हवन-यज्ञ सहित भजन-कीर्तन, स्कूली बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि 30 अप्रैल तय हो चुकी है। जबकि, गंगोत्री एवं यमुनोत्री धाम के कपाट परंपरागत रूप से अक्षय तृतीय यानी 26 अप्रैल को खुलेंगे। अक्षय तृतीय से चारधाम यात्रा की शुरूआत भी हो जाएगी।
मंदिर समिति के मीडिया प्रभारी हरीश गौड ने बताया कि केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में सुबह नौ बजे से उक्त कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक भक्तों से इस मौके पर उपस्थित रहने को कहा है।
30 अप्रैल को खुलेंगे बदरीनाथ धाम के कपाट
बदरीनाथ धाम के कपाट 30 अप्रैल को ब्रह्म मुहूर्त में चार बजकर 30 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। बसंत पंचमी पर नरेंद्रनगर राजमहल में राजपुरोहितों ने महाराजा मनुज्येंद्र शाह की जन्म कुंडली देखकर भगवान बदरी विशाल के कपाट खोलने का मुहूर्त निकाला।