मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि राहुल गांधी देश के सबसे असफल कुंठित हताश और निराश नेता हैं। विदेशी धरती पर जाकर कोई देशभक्त नेता राहुल गांधी की तरह देश विरोधी बयान नहीं देता। अब देश में कोई उनकी सुनता नहीं है, इसलिए अपनी निराशा हताशा विदेश में निकाल रहे हैं। आश्चर्य है कि इसी नेता को कांग्रेस के कुछ नेता कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने की मुहिम चलाए हुए हैं। फिर तो कांग्रेस का भगवान ही मालिक है। यह बयान देकर राहुल गांधी ने अपनी देश भक्ति और राष्ट्र निष्ठा पर ही प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है। हमने कभी भी विदेश में जाकर देश की आलोचना नहीं की, लेकिन एक कुंठित, हताश और निराश व्यक्ति से और क्या अपेक्षा की जा सकती है। जब डा. मनमोहन सिंह जी देश के पीएम थे और मैं यूएस की यात्रा पर था, तो वहां के पत्रकारों ने मुझसे सवाल पूछा था कि क्या मनमोहन सिंह ‘अंडरअचीवर’ हैं? तो मैंने जवाब दिया था कि वह कांग्रेस के नहीं, भारत के प्रधानमंत्री हैं और भारत का प्रधानमंत्री कभी ‘अंडरअचीवर’ नहीं हो सकता।
जानें, क्या कहा था राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत के हालात की तुलना पाकिस्तान से की थी। उन्होंने मौजूदा सरकार को ‘डीप स्टेट’ बताया है, जिसका आशय शासन की एक ऐसी व्यवस्था से है जो गोपनीय तंत्र से चलाई जा रही हो। भाजपा पर पूरे देश में केरोसिन छिड़कने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि बस एक चिंगारी की जरूरत है और देश बड़ी मुसीबत में पड़ जाएगा। कांग्रेस नेता ने भारतीय विदेश सेवा पर भी सवाल उठाया और उसे अहंकारी तक बता दिया। पूर्वी लद्दाख में चीन की गतिविधियों को लेकर फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा। शुक्रवार को लंदन में एक थिंक टैंक द्वारा आयोजित कार्यक्रम में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सीबीआइ और ईडी जैसी जांच एजेंसियों के जरिये लोकतांत्रिक संस्थाओं को कुचला जा रहा है। भारत की स्थिति वैसी ही होती जा रही है जैसी पाकिस्तान की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि वे सबकी सुनते हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि वे किसी की नहीं सुनते। भाजपा लोगों की आवाज दबा रही है। भारतीय लोकतंत्र को वैश्विक हित में बताते हुए राहुल ने कहा कि अगर इसे नुकसान होता है तो पूरे विश्व के लिए समस्या खड़ी होगी।