लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसेवा की मिसाल पेश करते हुए लोहिया संस्थान की महिला रेजिडेंट के फेफड़ों को प्रत्यारोपित कराने के लिए डेढ़ करोड़ रुपये की धनराशि जारी की है। लोहिया संस्थान की 31 वर्षीय रेजिडेंट डा. शारदा सुमन कोविड ड्यूटी करने के दौरान संक्रमित हो गई थीं। इसके बाद डाक्टरों ने उन्हें फेफड़ों को प्रत्यारोपित कराने की सलाह दी थी, मगर खर्च अधिक होने से परिवारजन की उम्मीदें धूमिल होने लगी थीं।
फिलहाल, डा. शारदा सुमन लोहिया संस्थान के कोविड अस्पताल में पिछले 45 दिनों से इकमो मशीन के सपोर्ट पर जीवन से संघर्ष कर रही हैं। 14 अप्रैल को जब वह संक्रमित हुई थीं तो आठ माह की गर्भवती थीं। 19 अप्रैल को तबीयत गंभीर होने पर अस्पताल में भर्ती कराई गईं। एक मई को आपरेशन कर उनकी डिलीवरी कराई गई। संस्थान के प्रवक्ता डा. श्रीकेश सिंह ने बताया कि डा. शारदा ने एक बच्ची को जन्म दिया है, जो स्वस्थ है।
तीन दिन में जारी हुई धनराशि : मूलरूप से बिहार की आरा निवासी डा. शारदा सुमन के पति भी बिहार में रेजिडेंट हैं। हाल ही में उनकी शादी भी हुई थी। प्रत्यारोपण में इतनी धनराशि खर्च करने में वह सक्षम नहीं थे। चिकित्सा अधीक्षक डा. विक्रम सिंह ने बताया कि निदेशक डा. सोनिया नित्यानंद, सीएमएस डा. राजन भटनागर के साथ उन्होंने सीएम से मुलाकात कर डा. शारदा की जान बचाने के लिए फेफड़े के प्रत्यारोपण का विकल्प बताया। इसके बाद तीन दिनों में ही सीएम योगी ने कमेटी बनाकर धनराशि जारी कर दी। अब चेन्नई में महिला डाक्टर का फेफड़ा प्रत्यारोपण कराया जाएगा। परिवार का कहना है कि सीएम योगी का शुक्रिया अदा करने के लिए हमारे पास शब्द नहीं हैं। इससे कोविड सेवा कर रहे अन्य डाक्टरों का हौसला और बढ़ेगा।