रूस-यूक्रेन में दिन भर दिन हालात खराब होते जा रहे हैं। अब रूस ने राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए पूरी जान लगा दी है। यूक्रेन के युद्ध स्थल पर कई भारतीय भी फंसे हुए हैं जिनकों निकालने के लिए सरकार तमाम कोशिशें कर रही है। इस बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का बयान सामने आया है। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा है कि सरकार यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए “गंभीर प्रयास” कर रही है। बिड़ला ने यह भी कहा कि उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी इस मामले को लेकर बात की है।
3000 से अधिक भारतीयों को जल्द लाया जाएगा वापस
एक कार्यक्रम के इतर मीडियाकर्मियों से बात करने के दोरान लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि “यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र क्षेत्रों से फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए सरकार द्वारा गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।” बता दें कि आपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए विशेष उड़ानों को लगाया गया है। इस बीच जयशंकर ने एक ट्वीट में कहा कि, हंगरी, रोमानिया, स्लोवाकिया और पोलैंड से आज नौ उड़ानों ने उड़ान भरी है। इसमें भारतीय वायुसेना के विमान भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 6 और उड़ानें जल्द ही रवाना होंगी और कुल मिलाकर 3000 से अधिक भारतीय नागरिकों को वापस लाया जाएगा।
17,000 भारतीय नागरिकों ने यूक्रेन छोड़ा
जानकारी के अनुसार एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन छोड़ चुके हैं और यूक्रेन में फंसे शेष छात्रों को निकालने की सुविधा के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत उड़ानों को बढ़ाया गया है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इस मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर, पीयूष गोयल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और अन्य अधिकारी शामिल हुए।