उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में मंगलवार देर शाम अंजाम दी गई दुस्साहस पूर्ण वारदात का एक आरोपित पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया है, जबकि दूसरा आरोपित अभी फरार है। एडीजी अजय आनंद ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। दोनों आरोपित भाई हैं। जिसमें से एलकार को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। दूसरा आरोपित मोती फरार है।
कासगंज में सिपाही की हत्या और दारोगा को घायल करने की घटना के 12 घंटे के अंतराल में पुलिस ने आरोपित एलकार को मुठभेड़ में मार गिराया। एलकार मुख्य आरोपित मोती का भाई था। सिढ़पुरा थाने में एलकार पर तीन व मोती पर 11 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों के खिलाफ मंगलवार देर रात नामजद व अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। कासगंज जिले के गांव नगला बंगर में मंगलवार शाम दारोगा अशोक पाल और सिपाही देवेंद्र शराब माफिया मोती की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे। वहां माफिया ने दोनों को बंधक बना दिया और पीट कर सिपाही की हत्या कर दी जबकि दारोगा को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद से एडीजी अजय आनंद, आइजी पीयूष मोर्डिया कासगंज में ही कैंप कर रहे हैं।
इस तरह दिया था वारदात को अंजाम
कासगंज जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर गंगा की कटरी में स्थित गांव नगला धीमर में दारोगा अशोक कुमार सिंह (नगला गबे, किशनी, मैनपुरी) और सिपाही (देवेंद्र कुमार नगला बिंदू, डौकी, आगरा) मंगलवार शाम शराब माफिया मोतीराम की कुर्की का नोटिस चस्पा करने गए थे। हिस्ट्रीशीटर मोतीराम के विरुद्ध 11 मुकदमे पंजीकृत हैं। गांव में माफिया ने दोनों पुलिसकर्मियों को घेर लिया और एक पेड़ से बांधकर जमकर पीटा। इसके बाद माफिया व ग्रामीण दोनों को डेढ़ किलोमीटर दूर खेत पर ले गए। वहां भी दोनों की पिटाई की, वर्दी भी फाड़ दी। पटियाली के सीओ गवेंद्र पाल गौतम सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए जिले के कई थानों की फोर्स को बुलाया गया। पुलिस को दोनों खेत में बंधक मिले। अस्पताल लाने तक सिपाही की मृत्यु हो गई, जबकि दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।
दारोगा से दूर मिला था सिपाही
पुलिस को दारोगा एक खेत में मिले, उनकी बाइक के अलावा एक अन्य बजाज प्लेटिना बाइक भी मिली है। दारोगा की वर्दी जूते भी पास ही पड़े थे। लगभग आधा घंटे बाद सिपाही भी एक गेहूं के खेत में गंभीर हालत में मिला। यहां पुलिस को शराब की भट्टी का सामान बिखरा पड़ा मिला है।