देहरादून उत्तराखंड में बारिश आफत बन रही है। रुक-रुक कर हो रही बारिश से थराली(चमोली) में उफान पर आए लोल्टी गदेरे में बहे युवक का शव बरामद कर लिया गया है। वो सहकारी बैंक में कैशियर था। वहीं, दूसरी ओर चम्पावत-टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर धौन-स्वाला के बीच पहाड़ी का एक हिस्सा दरक कर सड़क पर आ गया। इससे वाहनों का आवागमन ठप हो गया है। मौसम विभाग के मुताबिक आज पौड़ी, नैनीताल व पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं आकाशीय बिजली गिरने से लेकर भारी से बहुत बारिश हो सकती है। इसे देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग के मुताबिक मानसून की बारिश का दौर एक बार फिर जोर पकड़ने जा रहा है, जो अगले दो से तीन दिन जारी रहेगा।
- मसूरी में देर रात से जारी है मूसलाधार बारिश। तापमान पहुंचा 18 डिग्री सेल्सियस।
- कोटद्वार में सुबह हुई हल्की बूंदाबांदी। अभी छाए हैं बादल।
आपको बता दें इन दिनों बारिश के चलते बरसाती नदी नाले उफान पर हैं। सोमवार दोपहर बाद करीब तीन बजे भारी बारिश के चलते मालदेवता-सरखेत मार्ग पहाड़ी से तलबा आने के कारण अवरुद्ध हो गया। देर रात तक दो जेसीबी मलबा हटाने में लगी रहीं, जिससे मार्ग पर स्थानीय व बाहरी पर्यटकों के एक दर्जन वाहन फंसे रहे। उधर, दून और आसपास के क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे में 102.3 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। आइएसबीटी, कारगी, पटेलनगर, माजरा, बल्लूपुर, बंजारावाला आदि क्षेत्र में सुबह 11 से 12 बजे के बीच हल्की फुहारें पड़ीं। जबकि राजपुर रोड, जाखन, एफआरआइ, गढ़ीकैंट, रायपुर, मालदेवता, सहस्रधारा आदि क्षेत्र में मूसलधार बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान दून व मसूरी में एक से दो दौर तेज बारिश हो सकती है।
प्रदेश की 164 सड़कें अवरुद्ध
बारिश के चलते मलबा आने से प्रदेश में करीब 164 सड़कें बंद हो गईं। इसके अलावा बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर बार-बार मलबा आने से यातायात बाधित होता रहा। इसके अलावा चमोली जिले में बरसाती नदी को पार करने के प्रयास में एक बाइक सवार बह गया। अभी उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। प्रदेश में दो दिन से हो रही बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित है। रविवार को कुमाऊं में बारिश और भूस्खलन से चार की जान जा चुकी है, जबकि पिता-पुत्र लापता हैं।
मसूरी के पास प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कैम्पटी फाल भी उफान पर है। टिहरी जिला प्रशासन ने सोमवार को भी यहां पर्यटकों की आवाजाही पर रोक जारी रखी। कुमाऊं में भी हालात गढ़वाल मंडल की तरह ही रहे। बागेश्वर जिले के कर्मी व खूना गांव में दो मकान ध्वस्त हो गए। दोनों परिवारों के 12 सदस्य बाल-बाल बचे। मार्ग बंद होने से पिथौरागढ़ जिले में चीन सीमा से लगे करीब 60 गांवों 25 दिन से संपर्क कटा हुआ है।
24 घंटे में चंपावत में सर्वाधिक बारिश
मौसम विभाग के अनुसार, बीते 24 घंटे में चंपावत जिले में सर्वाधिक बारिश रिकार्ड की गई। यहां यह आंकड़ा 107.2 मिमी रहा, वहीं देहरादून में 102.8 मिमी व नैनीताल 76.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। प्रदेश में मानसून 13 जून को सक्रिय हुआ था। बीते एक माह में चमोली में दोगुने से भी अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार इस दौरान चमोली में 387 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। सामान्यतौर पर चमोली में 148 मिमी बारिश होती है। वहीं बागेश्वर में 206 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। इसी अवधि में प्रदेश में 277 मिमी बारिश दर्ज की गई जो कि सामान्य से दस फीसद अधिक है।