केदारनाथ यात्रा शुरू होने के एक दिन पहले ही मुख्य पड़ाव स्थलों पर यात्रियों की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। केदारनाथ धाम में भी यात्री बड़ी संख्या में बाबा के दर्शनों को पहुंच गए हैं।
शुक्रवार को कपाट खुलने के समय धाम में करीब 10 हजार यात्री मौजूद रहे और इस पावन पल के साक्षी बने। इस दौरान भक्त तस्वीरों को कैमरे में कैद करते दिखे। वहीं धाम जय बाबा केदार के जयकारों के गुंजायमान हो उठा। वहीं गौरीकुंड, सोनप्रयाग व केदारनाथ में देश-विदेश के लगभग 15 हजार यात्री पहुंच चुके हैं।
केदारनाथ यात्रा को लेकर भोले के भक्तों में भारी उत्साह है। यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले ही केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव तिलवाड़ा, अगस्त्यमुनि, गुप्तकाशी, फाटा, रामपुर, सीतापुर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड व केदारनाथ पैदल मार्ग पर यात्रियों की भारी भीड़ जुटने लगी है। जबकि गौरीकुंड हाइवे पर जगह-जगह जाम लगने का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
सोनप्रयाग में गौरीकुंड जाने के लिए यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के पांच किलोमीटर मार्ग के लिए शटल सेवा है। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के लिए सभी वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।
केवल शटल वाहनों के माध्यम से ही यात्री गौरीकुंड पहुंचते हैं। गौरीकुंड में यात्रियों की भारी भीड़ लगी रही, सभी होटल सुबह ही फुल हो चुके थे। केदारनाथ पैदल मार्ग पर पूरे दिन यात्रियों के केदारनाथ जाने का सिलसिला बना रहा। धाम में भी बड़ी संख्या में यात्री पहुंच चुके हैं।
पिछले दो वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा पर प्रतिबंध रहा, जबकि बाद में भी प्रतिबंध के साथ यात्रा शुरू हुई, जिससे काफी कम संख्या में यात्री दर्शनों को पहुंचे। इस बार उम्मीद की जा रही अब तक के सभी रिकार्ड चारधाम यात्रा में आने वाले भक्तों की संख्या के टूट जाएंगे।
केदारनाथ धाम समेत यात्रा पड़ावों में सभी होटल की बुकिंग 15 जून तक लगभग फुल हो चुकी है। हेली टिकट की बुकिंग भी फुल हो चुकी है, जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि भारी संख्या में दर्शनों के लिए भक्त पहुंचेंगे।
व्यापार संघ अध्यक्ष केदारनाथ महेश बगवाड़ी ने कहा कि इस बार रिकार्ड यात्री आने की संभावना है। सभी व्यापारी काफी खुश है। उम्मीद लगाए हैं कि पिछले दो वर्षों में जो भारी आर्थिक नुकसान हुआ, उससे शायद इस बार निजात मिल जाए।
वहीं चारधाम यात्रा व हेमकुंड आने वाले तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए यात्रा मार्ग के अलग-अलग स्थानों पर सड़क किनारे रिफ्लेक्टर साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं।
रिफ्लेक्टर साइन बोर्ड से रात्रि में वाहनों को मार्ग संकरा, दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र, आबादी वाले क्षेत्र के साथ साथ अन्य सांकेतिक व आदेशात्मक जानकारी प्राप्त हो सके।