मीरजापुर। एक अगस्त को विंध्य क्षेत्र को गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सावन की सौगात देंगे। 128 करोड़ रुपये के विंध्य कारिडाेर के शिलान्यास के साथ ही 16 करोड़ के रोप-वे का लोकार्पण कर विंध्यवासियों को सावन का तोहफा देंगे। शिलान्यास कार्यक्रम की तैयारी भी जोर -शोर से चल रही है। लंबे इंतजार के बाद विंध्य कारिडोर के शिलान्यास की घड़ी अब नजदीक आ चुकी है। इस पर हर किसी की निगाहें टिकी हुई है। वहीं शिलान्यास की तैयारी को लेकर अधिकारियों की सक्रियता बढ़ गई है।
निर्माण को तैयार विंध्य कारिडोर को फरवरी माह से ही शिलान्यास का इंतजार था। संपत्तियों की खरीदारी समेत सारी प्रक्रियाएं भी पहले ही पूर्ण कर ली गई थी। अब शिलान्यास के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं विंध्य पर्वत पर बना पूर्वांचल का पहला रोप-वे उद्घाटन न होने से एक साल से बंद पड़ा है। माना जा रहा था कि पिछले वर्ष 2020 में ही मुख्यमंत्री रोप-वे का उद्घाटन करेंगे, लेकिन ऐसा न होने से नवरात्र के समय आने वाले श्रद्धालुओं की रोप-वे की सवारी करने की हसरत अधूरी रह गई थी। एक अगस्त को गृह मंत्री व मुख्यमंत्री देवरी गांव में बने हेलीपैड पर उतरने के बाद सीधे विंध्यवासिनी मंदिर जाएंगे। पहले मां विंध्यवासिनी का दर्शन-पूजन करेंगे, फिर भूमि-पूजन होगा। भूमि-पूजन के बाद महुवरिया स्थित जीआइसी मैदान पर आएंगे। जीआइसी मैदान से गृहमंत्री विंध्य कारिडोर का शिलान्यास व रोप-वे का लोकार्पण करेंगे। यहां जनसभा को भी संबाेधित करेंगे।
परिंदा भी न मार सके पर, ऐसी होगी व्यवस्था : कार्यक्रम स्थल पर कोई परिंदा भी पर न मार पाए, ऐसी व्यवस्था की जा रही है। गृहमंत्री व मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर पुलिस-प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। गुरुवार को नगर पालिका की टीम ने विंध्यवासिनी मंदिर के आसपास घूम रहे आवारा पशुओं को पकड़कर विंध्यधाम को आवारा पशुओं से मुक्त कराया। हर तरफ बैरिकेडिंग होगी। हेलीपैड स्थल से लेकर प्रस्तावित मार्गों पर जालीयुक्त बैरिकेडिंग की जा रही है। शिलान्यास कार्यक्रम के लिए जर्मन हैंगर पंडाल लगभग बन चुका है। पक्का घाट व विंध्यवासिनी मंदिर भी सज चुका है। विंध्यवासिनी मंदिर को रंग-बिरंगी झालरों से दुल्हन की तरह सजाया गया है।