नई दिल्ली, गणेश चतुर्थी की आज से शुरुआत हो चुकी है। देशभर में कोरोना प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए इस त्योहार को मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र में प्रत्येक वर्ष इस पर्व की धूम होती है। हालांकि, इस बार कोरोना के चलते राज्य में मंदिरों को बंद किया हुआ है। जिसरे बाद भक्तों ने इसका विरोध भी किया है। उनका कहना है कि राज्य में ‘पब और बार’ खुल सकते हैं तो मंदिरों को फिर से खोलने में क्या दिक्कत है? नागपुर में गणेश टेकड़ी मंदिर के बाहर भक्तों की भीड़ जमा हो गई और विरोध तेज हुआ। वहीं गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंद ने आज गणेश चतुर्थी पर अपने पुश्तैनी घर में परिवार के साथ पर्व मनाया। तो चलिए तस्वीरों में देखते हुए हैं कि कोरोना प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए देश में किस तरह गणेश चतुर्थी मनाई गई।
महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के अवसर पर परेल के लाल बाग इलाके में पुजारी और आयोजकों ने ‘मुंबई चा राजा’ में ‘आरती’ की।
गणेश चतुर्थी के अवसर पर नागपुर में गणेश टेकड़ी मंदिर के बाहर भक्तों की भीड़ जमा हो गई। दरअसल, कोरोना महामारी के कारण राज्य में मंदिर बंद हैं। ऐसे में कुछ भक्तों ने कहा कि अब तो बार और पब भी खुले हैं। तो मंदिरों को फिर से खोलने में क्या दिक्कत है?
पंजाब के लुधियाना की एक बेकरी में गणेशचतुर्थी के अवसर पर डार्क चाकलेट से गणेश की मूर्ति बनाई गई है। बेकरी के मालिक हरजिंदर सिंह कुकरेजा ने कहा कि हम 2015 से चाकलेट से गणेश बना रहे हैं ताकि यह संदेश दिया जा सके कि हमें त्योहारों को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाना चाहिए।
दिल्ली में गणेश चतुर्थी के मौके पर सरोजिनी नगर के सीधी बूढ़ी विनायक मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। इस दौरान एक पुजारी ने कहा, ‘हम दिल्ली सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं और भव्य तरीके से आयोजित होने वाले वार्षिक त्योहार को साधे तरीके से मना रहे हैं।’
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उत्तरी गोवा में अपने पुश्तैनी घर में परिवार के साथ गणेश चतुर्थी मनाई। साथ ही कहा,’ मैं लोगों से समारोह के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने का आह्वान करता हूं। हमने पहली खुराक के साथ सभी को टीका लगाया है। मैं लोगों से अपनी दूसरी खुराक समय पर लेने का आग्रह करता हूं।’