पीडीपी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर पुलिस पर उन्हें घर में नजरबंद करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने महबूबा के श्रीनगर में फेयरव्यू गुपकार आवास के बाहर ताला जड़ आवास से बाहर व अंधर जाने पर रोक लगा दी है। बताया जा रहा है कि महबूबा मुफ्ती जम्मू की ही तरह श्रीनगर में भी हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए स्थानीय लोगों की मौत के विरोध में अपने समर्थकों के साथ रोष रैली निकालने की तैयारी कर रही थी
जम्मू दौरे के दौरान भी महबूबा मुफ्ती ने हैदरपोरा मुठभेड़ के विरोध में अपने समर्थकों के साथ रोष रैली निकाल मामले की न्यायिक जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबल मुठभेड़ के दौरान आम लोगों को जिस तरह से अपनी ढाल बना रहे हैं उससे यहां के लोगों में रोष पनप रहा है। वहीं महबूबा मुफ्ती का कहना है कि वह विरोध रैली नहीं बल्कि हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए अल्ताफ व डॉ मुदस्सर के परिजनों से मिलने जा रही थी।
उन्होंने कहा कि वह दोनों के परिवारों से मिलकर उनके समक्ष शोक संवेदना व्यक्त करना चाहती थी परंतु जब वह अपने घर से निकलने की तैयारी कर रही थी तभी उनकी सुरक्षा में तैनात जवानों ने मुख्य गेट बंद कर दिया और उन्हें घर में ही रहने को कहा। यह भी पता चला है कि महबूबा मुफ्ती ने पुलिस के इस रवैये पर कड़ा रोष जताया और इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों से भी बात की परंतु उन्हें बाहर निकलने की इजाजत नहीं दी गई।