उत्तरकाशी, शैलेंद्र गोदियाल। ‘पढ़ेंगीं बेटिया, आगे बढ़ेंगीं बेटियां’ जैसे नारे अब सिफ नारे नहीं हैं, बेटियां इसे चरितार्थ भी कर रही हैं। उत्तरकाशी के मातली गांव की सोनम ने जल्द विदाई का आग्रह कर रहे बरातियों को तब चौंका दिया, जब उसने कहा कि-पहले मैं परीक्षा दूंगी, उसके बाद ही विदाई होगी। फिर वह परीक्षा देने गई। बरात दोपहर बाद विदा हुई।
उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से आठ किलोमीटर दूर मातली गांव में रविवार को सोनम का विवाह था। सोमवार को विदाई होनी थी। बरात 250 किलोमीटर दूर पौड़ी जिले के कुल्याणी गांव से आर्ई थी। सोमवार की सुबह फेरों की रस्म संपन्न होने के बाद बराती जल्द विदाई का आग्रह करने लगे। बरात दूर से आई थी, इसलिए विदाई जल्द कराना चाहते थे।
दुल्हन की मां विनीता नौटियाल ने बताया कि सोनम बचपन से ही पढाई में होशियार है। वह स्टेनोग्राफी में प्रथम वर्ष की छात्रा है और सोमवार को उसका अंतिम पेपर था। घर के सदस्य संकोच में बरातियों को इस बारे में नहीं बता पा रहे थे। इसीलिए सोनम खुद आगे आई और अपना इरादा जाहिर कर दिया।
इस पर सभी ने सोनम के फैसले का सम्मान किया। इसके बाद वह दस किलोमीटर दरू राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज पहुंची और परीक्षा दी। दोपहर बाद एक बजे वह घर पहुंची और दो बजे विदाई हुई। सोनम ने बताया कि शिक्षा ही है जो जीवन को खुशहाल बना सकती है। हर परिवार को बेटियों को शिक्षित ही नहीं बल्कि उच्च शिक्षित करना होगा। शादी के बाद भी वह स्टोनोग्राफी की पढ़ाई जारी रखेगी।