विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने समकक्षों के निमंत्रण के बाद आज से 30 मार्च तक मालदीव और श्रीलंका की चार दिवसीय यात्रा करेंगे। जानकारी के अनुसार जयशंकर 26 से 27 मार्च तक दो दिवसीय यात्रा के लिए आज मालदीव पहुंचेंगे, जिसके बाद 28 मार्च से श्रीलंका की तीन दिवसीय यात्रा करेंगे जिसमें 29 मार्च को वह बिम्सटेक मंत्रिस्तरीय बैठक में भी हिस्सा लेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार विदेश मंत्री मालदीव के अडू शहर का दौरा करेंगे जिसके दौरान वह राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से मुलाकात करेंगे और मालदीव के अपने समकक्ष अब्दुल्ला शाहिद के साथ भी बैठक करेंगे।
द्विपक्षीय विकास को लेकर होगी वार्ता
बता दें कि विदेश मंत्री की यात्रा में द्विपक्षीय विकास सहयोग से संबंधित कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। इस दौरान वह कई योजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे जो कि भारत समर्थित परियोजनाएं होंगी। मंत्रालय के अनुसार भारत मालदीव के सामाजिक-आर्थिक विकास में अपने योगदान को बढ़ावा देगा और इसकी सुरक्षा को भी बढ़ाने पर जोर देगा
श्रीलंका को सहयोग बढ़ाएगा भारत
28 मार्च से शुरू होने वाली जयशंकर की श्रीलंका यात्रा दिसंबर 2021 में श्रीलंका के वित्त मंत्री बासिल राजपक्षे और इस महीने की शुरुआत में श्रीलंका के विदेश मंत्री जीएल पेइरिस की भारत यात्राओं के
मंत्रालय ने कहा कि ‘मालदीव और श्रीलंका’ दोनों हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख समुद्री पड़ोसी हैं और प्रधानमंत्री के ‘सागर’ और नेबरहुड फर्स्ट के दृष्टिकोण में विशेष स्थान रखते हैं जिसके कारण श्रीलंका में भारत अपना सहयोग बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
श्रीलंका में होना है BIMSTEC सम्मेलन
बता दें कि इस बार श्रीलंका 5वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है। बिम्सटेक मंत्रिस्तरीय बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर हिस्सा लेने वाले हैं जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। गौरतलब है कि बिम्सटेक (बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल) बंगाल की खाड़ी के क्षेत्रीय देशों का एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसमें भारत, म्यांमार, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान, थाईलैंड और नेपाल शामिल हैं। श्रीलंका इस समय संगठन का अध्यक्ष है।