उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्र में लोगों को शुद्ध पर्यावरण, जैविक उत्पाद, पोषण तत्वों से भरपूर विभिन्न सब्जियां, फल, मेडिसिनल प्लांट के साथ-साथ अन्य वायुमंडल को प्रदूषण रहित व आक्सीजन की मात्रा की उपलब्धता बनाए रखने के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
ये पौधे आप किस प्रकार से अपने घर की छत या बालकनी में स्थापित किए जा सकेंगे की तकनीकी जानकारी दी जाएगी। इसके साथ-साथ किस प्रकार से उत्पादित फसलों के विभिन्न मूल्य संवर्धित उत्पाद अपने ही घर में तैयार किये जा सकते हैं, के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि खाद्य प्रसंस्करण विभाग उद्योगों को बढ़ावा देने के हर संभव प्रयास कर रहा है। खाद्य प्रसंस्करण उद्योगों से अधिक से अधिक रोजगार सृजन हो, इसके लिए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की ओर से विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
क्षेत्रीय खाद्य अनुसंधान एवं विश्लेषण केंद्र लखनऊ की ओर से एक दिवसीय छत पर खेती व मूल्य संवर्धन प्रशिक्षण चार जून को दिया जाएगा। इसमें विभिन्न प्रकार के रोजगारपरक प्रशिक्षण कार्यक्रम जैसे मशरूम उत्पादन व मूल्य संवर्धन, खाद्य प्रसंस्करण फूड सेफ्टी, न्यूट्रासिटिकल फूड प्रोडक्ट, प्रोबायोटिक फूड, गुड़ आधारित उत्पाद, खाद्य उत्पादों में मिलावट की जांच आदि संचालित किये जाते हैं।
उसी के तहत शुद्ध पर्यावरण के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अनुसार इच्छुक लाभार्थी अपना पंजीकरण प्रथम आवक प्रथम पावक के आधार पर करा सकते हैं या संस्था की वेबसाइट पर पंजीकृत कर सकते हैं।