केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को एक बार फिर सख्त संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि हम विस्तारवादी एजेंडे का मुंहतोड़ जवाब देंगे। राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत बाहरी खतरों से निपटने के लिए पूरी तरह से सक्षम है और जो कोई भी हमारी सुरक्षा के लिए खतरा बनेगा उसे किसी भी किमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
एएनआई की संपादक स्मिता प्रकाश के साथ एक बातचीन में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत के पास विस्तारवादी एजेंडा वाले किसी भी देश से निपटने की क्षमता है। उन्होंने कहा, ‘अगर कोई देश विस्तारवादी है और हमारी जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करता है, हमारी जमीन पर कब्जा करता है, तो भारत के पास यह क्षमता और शक्ति है कि वह अपनी जमीन को किसी के हाथ में न जाने दे, चाहे वह दुनिया का कोई भी देश हो।’
यह पूछे जाने पर कि क्या भविष्य में गलवन जैसी घटना की संभावना है क्योंकि चीन पूर्वी लद्दाख में गतिरोध से पीछे हटने को तैयार नहीं है। इसपर उन्होंने कहा कि सेना देश के गौरव को कभी कम होने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि भारत अपने स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाली किसी भी चीज को बर्दाश्त नहीं करेगा। राजनाथ सिंह ने कहा कि जब उन्होंने गलवन संघर्ष के बाद पूर्वी लद्दाख का दौरा किया, तो सैनिकों का मनोबल ऊंचा था। इसकी जितनी प्रशंसा की जाए, कम है।
मंत्री ने कहा कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा के संबंध में अतीत में किसी भी सरकार पर कोई सवाल नहीं उठाना चाहते। उन्होंने कहा कि मैं पिछली सरकारों पर सवाल नहीं उठाना चाहता, लेकिन मैं कह सकता हूं कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद संभाला है, सुरक्षा पहले नंबर की प्राथमिकता रही है। हम जितनी सुविधाएं और शक्ति अपने सुरक्षाबलों को प्रदान कर सकते हैं, हम वह कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमें अपनी सरकार पर पूरा भरोसा है। जहां संयम का प्रदर्शन करने की जरूरत होगी है,हम ऐसा करते हैं। जहां वीरता दिखाने की जरूरत है, हम विरता दिखाते हैं।