रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को स्वदेश निर्मित दो युद्धपोतों ‘सूरत’ और ‘उदयगिरी’ को मुंबई के मझगांव डाक्स में लान्च किया। कार्यक्रम के शुभारंभ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा ‘कोविड और यूक्रेन में चल रहे उथल पुथल के बीच इन विध्वंसकों का निर्माण व शुभारंभ हमारी समुद्री क्षमता और आत्मनिर्भरता की एक मिसाल है।
पहली बार स्वदेशी दो युद्धपोत हुए एक साथ लान्च
मझगांव डाक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (एमडीएल) ने कहा कि यह पहली बार है कि स्वदेशी रूप से निर्मित दो युद्धपोतों को एक साथ लान्च किया गया है। एमडीएल एक प्रमुख जहाज और पनडुब्बी निर्माण रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।
‘सूरत’ प्रोजेक्ट 15B डिस्ट्रायर्स का चौथा जहाज है, जो P15A (कोलकाता क्लास) डिस्ट्रायर्स के एक महत्वपूर्ण बदलाव की शुरुआत करता है, और इसका नाम गुजरात की वाणिज्यिक राजधानी और मुंबई के बाद पश्चिमी भारत का दूसरा सबसे बड़ा वाणिज्यिक केंद्र, नौसेना के नाम पर रखा गया है। कहा।
आंध्र प्रदेश के पर्वत के नाम पर ‘उदयगिरी’ प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट 15बी श्रेणी के जहाज नौसेना की अगली पीढ़ी के स्टील्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक हैं जिन्हें एमडीएल में बनाया जा रहा है। आंध्र प्रदेश में एक पर्वत श्रृंखला के नाम पर रखा गया ‘उदयगिरी’ प्रोजेक्ट 17ए फ्रिगेट्स का तीसरा जहाज है। यह P17 का अनुसरण है।
नौसेना ने कहा कि फ्रिगेट्स (शिवालिक क्लास) में बेहतर स्टील्थ फीचर्स, उन्नत हथियार और सेंसर और प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम हैं।
नया युद्धपोत पूर्ववर्ती ‘उदयगिरी’, लिएंडर क्लास एएसडब्ल्यू फ्रिगेट का नया अवतार है, जिसने फरवरी 1976 से अगस्त 2007 तक तीन दशकों में फैले देश के लिए अपनी शानदार सेवा में कई चुनौतीपूर्ण आपरेशन देखे।