जिस बात का डर था वही अब हो रहा है। अन्य राज्यों से उत्तराखंड लौट रहे लोग लगातार कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। अभी तक कोरोना मुक्त रहा उत्तरकाशी भी इससे अछूता नहीं रहा। यहां 35 वर्षीय एक युवक में कोरोना की पुष्टि हुई है। वह तीन अन्य युवकों के साथ हाल ही में गुजरात के सूरत से लौटा था। एक दिन पहले महाराष्ट्र, गुजरात व हरियाणा से ऊधमसिंहनगर पहुंचे चार लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। इस तरह दो दिनों के अंतराल में पांच केस सामने आ चुके हैं।
उत्तराखंड में कोरोना की दस्तक हुए आठ सप्ताह बीत चुके हैं। इस दौरान हर अंतराल पर कोरोना के नए मामले सामने आते रहे, पर प्रदेश के सात पर्वतीय जिले, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, रूद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल व उत्तरकाशी संक्रमण से अछूते रहे। यहां अब तक कोरोना का एक भी मामला नहीं आया था। पौड़ी व अल्मोड़ा में एक-एक मामला आया, पर वहां भी समय पर इस चुनौती से पार पा लिया गया। लेकिन सैकड़ों की संख्या में उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों ने अब सिस्टम के सामने चुनौतियों का अंबार लगा दिया है। ग्रीन जोन में शामिल और अभी तक कोरोना मुक्त रहे जिला उत्तरकाशी में पहला मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. अमिता उप्रेती ने बताया कि रविवार को 331 सैंपल की रिपोर्ट मिली है। जिनमें 330 की रिपोर्ट निगेटिव व एक केस पॉजिटव है। बताया कि सात मई को चार युवक दो बाइक से गुजरात से उत्तरकाशी आए थे। मेडिकल चेकअप के बाद चारों को क्वारंटाइन किया गया था। तीन जीएमवीएन उत्तरकाशी और एक मनेरी में क्वारंटाइन था। इनमे से एक युवक का सैंपल जांच को भेजा था। जिसकी रिपोर्ट अब पॉजिटिव आई है। युवक को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया। वहन धनारी का रहने वाला है। उसके साथ बाइक में आए तीन अन्य युवकों की भी जांच कराई जा रही है। उन्हें फिलहाल आइसोलेट किया गया है।
स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि प्रदेश में अभी तक 9668 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनमें 8990 की रिपोर्ट निगेटिव व 68 केस पॉजीटिव हैं। दिल्ली में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद कैंसर पीड़ित एक बुजुर्ग भी दून लौट आए थे। इस तरह कुल 69 मामलों में 47 ठीक हो चुके हैं। वर्तमान में प्रदेश में 21 एक्टिव केस हैं। इसके अलावा एक महिला की मौत भी हो चुकी है। रविवार को भी 187 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।