लखनऊ, उत्तर प्रदेश में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार धीरे-धीरे सभी गतिविधियां सामान्य करने के प्रयास में है। इसी क्रम में सरकार अब शिक्षण संस्थान भी खोलने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि स्वतंत्रता दिवस के बाद प्रदेश में यूनिवर्सिटी तथा डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे।
सरकार ने कोरोना संक्रमण के कारण लगभग डेढ़ वर्ष से बंद स्कूल-कालेजों में पढ़ाई शुरू करने की तैयारी कर ली है। प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उच्च अधिकारियों के साथ बैठक में हालात की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि सभी बोर्डों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम घोषित हो चुके हैं। स्नातक स्तर पर इनके दाखिले की प्रक्रिया पांच अगस्त से शुरू कर दें। माध्यमिक शिक्षण संस्थानों में प्रोन्नत किए गए छात्रों की भर्ती प्रक्रिया भी इसी तारीख से शुरू होनी है और इन सभी की कक्षाएं 16 अगस्त से शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा है। इसके अलावा उच्च शिक्षण संस्थानों में एक सितंबर से पढ़ाई शुरू कर दी जाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को टीम-09 के साथ समीक्षा बैठक में प्रदेश में यूनिवर्सिटी तथा डिग्री कॉलेज में पढ़ाई के संबंध में चर्चा की। इसके बाद ऑफलाइन शिक्षण कार्य प्रारंभ करने की प्रक्रिया पर मुहर लगी। प्रदेश में 16 अगस्त से 50 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति के साथ माध्यमिक और एक सितंबर से उच्च शिक्षण संस्थान खोलने की तैयारी की जा रही है। एक दिन में 50 फीसद विद्यार्थियों को ही संस्थान के परिसर में कक्षाएं पढऩे के लिए और बाकी 50 प्रतिशत को आनलाइन कक्षाएं संचालित कर पढ़ाया जा सकता है। सरकार की तरफ से शीघ्र ही इसकी गाइडलाइंस जारी होंगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण की नियंत्रित स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए सभी शिक्षण संस्थानों में नवीन सत्र प्रारंभ करने की तैयारी की जाए। सभी बोर्डों के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के परिणाम घोषित हो चुके हैं। ऐसे में स्नातक स्तर पर दाखिले की प्रक्रिया पांच अगस्त से प्रारंभ कर दी जानी चाहिए। माध्यमिक शिक्षण संस्थानों में भी जिन विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया गया है, उनके दाखिले की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाए। इन विद्यार्थियों की कक्षाएं स्वाधीनता दिवस की तिथि से शुरू हों। स्वाधीनता दिवस के दिन ‘स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव’ से जोड़ कर आयोजन हों। इसके साथ ही 16 अगस्त से आधी क्षमता के साथ पठन-पाठन प्रारम्भ हों।
उच्च शिक्षण संस्थानों में पठन-पाठन प्रत्येक दशा में एक सितंबर से प्रारम्भ करने की तैयारी की जाए। उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों में अध्ययन/अध्यापन प्रारंभ होने के दृष्टिगत सैनिटाइजर, इंफ्रारेड थरमामीटर, मास्क आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। दो गज की दूरी की अनिवार्यता के अनुरूप व्यवस्था की जाए। प्रत्येक संस्थान में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से अनुपालन हो। शिक्षण संस्थानों के प्रारंभ होने के साथ 18 वर्ष से अधिक आयु के विद्यार्थियों के टीकाकरण के विशेष शिविर लगाया जाना उचित होगा। स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में पहले से ही सभी जरूरी तैयारी कर ले। सीएम ने निर्देश दिया कि परिषदीय विद्यालयों में स्वच्छता/सैनीटाइजेशन कराई जाए। शौचालयों की साफ-सफाई हो। कक्षाएं भी स्वच्छ रहें। बेसिक शिक्षा विभाग से समन्वय बनाकर ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करें।
इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कोरोना की स्थिति को देखते हुए नए सत्र को शुरू करने के संबंध में कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में सोमवार को समीक्षा बैठक में टीम-09 अपनी तैयारी से साथ थी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा तक के सभी संस्थानों के विद्यार्थियोंको अगली कक्षा में प्रोन्नत करने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी करें। अब बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, उच्च व प्राविधिक शिक्षा विभाग जल्द नए सत्र को शुरू करने की कार्य योजना तैयार करेंगे। अभी बेसिक व माध्यमिक स्कूलों में आनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। विश्वविद्यालय व डिग्री कालेजों में स्नातक व परास्नातक में दाखिले की प्रक्रिया पूरी कर 13 सितंबर से कक्षाएं शुरू की जाएंगी। ऐसे में अब आगे कोरोना और काबू में रहा तो कैंपस में कक्षाएं शुरू की जा सकती हैं।