मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में सचिवालय में टिहरी झील में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लान्ट लगाने विषयक बैठक सम्पन्न हुई। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा टिहरी झील में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लान्ट लगाए जाने की घोषणा की गई थी। बैठक में टिहरी झील में डोबरा चांठी पुल के बाद फ्लोटिंग सोलर पावर प्लान्ट लगाए जाने हेतु सर्वे का कार्य कराए जाने का निर्णय लिया गया। यह सर्वे कार्य सोलर इनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (SECI½ द्वारा किया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट 3 माह में पूर्ण करने के निर्देश दिये गये तथा सर्वे रिपोर्ट के आधार पर टिहरी झील में लगने वाले फ्लोटिंग सोलर पावर प्लान्ट की क्षमता का निर्धारण करने का निर्णय लिया गया। बैठक में सर्वे कार्य हेतु स्थल निर्धारण हेतु एक समिति का गठन किया गया। इस समिति में उरेडा, मत्स्य विभाग, पर्यटन, नागरिक उड्डयन तथा टी.एच.डी.सी के प्रतिनिधियों को शामिल किया गया है। इस समिति द्वारा 15 से 20 दिन के अंतर्गत स्थल निर्धारण का कार्य पूर्ण कराया जाएगा तथा सोलर इनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (SECI½ द्वारा सर्वे कार्य पूर्ण होने पर 3 माह में रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाएगी। डोबरा चांठी स्थान से नदी के प्रवाह के आकड़े टी.एच.डी.सी. द्वारा 15 दिन में उरेडा को उपलब्ध कराये जाने का निर्णय हुआ।
बैठक में चर्चा के दौरान बताया गया कि टिहरी पॉवर हाउस से 3 किमी0 का क्षेत्र प्रतिबन्धित श्रेणी में आता है। प्रतिबन्धित क्षेत्र के बाद पर्यटन गतिविधियां संचालित होती है अतः डोबरा चांठी पुल के बाद के एरिया पर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लान्ट का सर्वे किया जाए। टिहरी झील में फ्लोटिंग सोलर पावर प्लान्ट हेतु सर्वे का कार्य कर रही सोलर इनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (SECI½ के प्रतिनिधि को इस सम्बन्ध में विभागीय संस्तुतियों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए गए। ज्ञातव्य है कि सोलर इनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (SECI½ द्वारा सर्वेक्षण उपरान्त सिंचाई विभाग की तुमरिया एवं हरिपुरा बांधो पर क्रमशः 100-100 मेगावाट क्षमता के सोलर पॉवर प्लान्ट की स्थापना हेतु विस्तृत सर्वे हेतु उरेडा एवं सिंचाई विभाग के साथ दिनांक 08 मार्च, 2019 को एम.ओ.यू पर हस्ताक्षर किये गये थे।
बैठक में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखण्ड द्वारा 13 जनपदों में पर्यटन के 13 नए डेस्टिशन तय किये गए है। उन्होंने पर्यटन गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए छोटे-छोटे बांधों और झीलों पर फ्लोटिंग सोलर पावर प्लान्ट लगाने की संभावना भी तलाशने की बात रखी।
सचिव ऊर्जा राधिका झा ने बताया कि सोलर इनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (SECI½ द्वारा सर्वेक्षण के उपरान्त इस परियोजना के निर्माण हेतु कार्यदायी संस्था का चयन प्रक्रिया के तहत किया जाएगा।
बैठक में सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, सचिव ऊर्जा राधिका झा, सचिव सिंचाई भूपिन्दर कौर औलख, अपर सचिव ऊर्जा कैप्टन आलोक शेखर तिवारी, सोलर इनर्जी कारपोरेशन ऑफ इण्डिया (SECI½ के उप महाप्रबन्धक श्रीधर सिंह, अपर सचिव मत्स्य देवकृष्ण तिवारी, मुख्य परियोजना अधिकारी