गोरखपुर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महराजगंज में कहा कि बाढ़ प्रभावित गांवों में अगले तीन दिनों के अंदर पर्याप्त मात्रा में राहत सामग्री पहुंच जाएगी। इसके लिए नोडल अधिकारी भी नामित कर दिए गए हैं। आगामी 15 सितंबर तक बाढ़ की आशंका बनी रहेगी, ऐसे में सभी लोगों को सतर्क रहना होगा। बाढ़ में घर गिरने पर मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत पीड़ितों को आवास उपलब्ध कराया जाएगा। फसलों के नुकसान के लिए सर्वेक्षण भी होगा। कोई भी पीड़ित अपने काे निराश्रित महसूस न करे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को बृजमनगंज क्षेत्र के कालीनगर में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व बाढ़ पीएसी लगाई गई
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नाव के साथ एनडीआरएफ, एसडीआरफ व बाढ़ पीएसी लगाई गई है। बाढ़ का पानी उतरने के बाद संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ जाता है, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। संबंधित विभागाें को समन्वय बनाकर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। जो लोग अपने घरों से बाहर रह रहें हैं, उन्हें सामुदायिक भोजनालय के माध्यम से भोजन उपलब्ध कराया जा रहा हैं। बाढ़ व बारिश के समय सांप काटने की आशंका अधिक रहती है, इसके लिए पर्याप्त दवाएं अस्पतालों में उपलब्ध करा दी गई हैं। यदि किसी की मृत्यु सांप काटने से होती है तो चार लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई जाएगी। बाढ़ पीड़ितों का दर्द जानने के लिए ही हम यहां आए हैं। यहां प्रशासन के साथ जनप्रतिनिधि भी बाढ़ पीड़ितों की मदद में लगे हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने 11 बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री कराई गई उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित 11 बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री उपलब्ध कराई। बाकी बचे 489 लोगों को स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा राहत सामग्री का वितरण किया गया। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी, फरेंदा विधायक बजरंग बहादुर सिंह, सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया, पनियरा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, सिसवा विधायक प्रेमसागर पटेल, भाजपा जिलाध्यक्ष परदेशी रविदास, डीएम डा.उज्ज्वल कुमार, एसपी प्रदीप गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।