मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गाजियाबाद जिले की कई योजनाओं का लेंगे जायजा

गाजियाबाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार सुबह  से गाजियाबाद में चल रही विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण कर रहे हैं।  जिला प्रशासन ने जिस तरह से तैयारियां की हैं उससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कौशांबी में पीएसी बैरक, हिंडन पर बन रहे पुल का निर्माण कार्य या फिर प्रताप विहार में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे आवासों का निरीक्षण कर सकते हैं। हालांकि यह मुख्यमंत्री के मूड पर निर्भर करेगा कि उनका काफिला किस ओर निकलेगा।

इससे पहले सीएम योगी शुक्रवार को मेरठ और हापुड़ के दौरे के बाद रात्रि विश्राम के लिए सिद्धार्थ विहार स्थित जल निगम के गेस्ट हाउस के लिए पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपना संबोधन भी किया था।

वीसी से ली जानकारी

शुक्रवार को मेरठ के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद के जनप्रतिनिधियों के साथ भी वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) की। इस दौरान डासना मुख्य मार्ग का निर्माण, लोनी सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट, न्यू बस अड्डा मेट्रो स्टेशन के पास बन रही मल्टीलेवल कार पार्किंग, मसूरी समेकित विद्यालय का निर्माण, नूरनगर निवाड़ी, मधूबन बापूधाम, डासना, प्रताप विहार ईडब्ल्यूएस मकानों के निर्माण, हरनंदी पुल, मंडोला के चार लेन फ्लाईओवर, डूंडहेड़ा के निर्माणाधीन अस्पताल और पीएसी में बन रहे बैरक के बारे में जानकारी ली। इन योजनाओं पर शनिवार को विस्तृत चर्चा होने की उम्मीद है। सीएम अधिकारियों को जल्द से जल्द योजनाओं को पूरा करने संबंधी निर्देश देंगे।

जनप्रतिनिधियों से भी मिलेंगे मुख्यमंत्री

शनिवार को सुबह दस बजे पार्टी पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को भी बैठक के लिए बुलाया है। जिनमें जिले के दोनों सांसद, सभी विधायक, विधान परिषद सदस्य, महापौर, लोनी, खोड़ा, मुराद नगर और मोदी नगर नगर पालिकाध्यक्ष, भाजपा जिला व महानगर अध्यक्ष तथा जिले के क्षेत्र व प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों संग बैठक भी करेंगे। बैठक में मुख्यमंत्री विधायकों के कामकाज के साथ साथ उनकी शिकायतों को सुनेंगे तथा समस्या समाधान करेंगे। भाजपाई सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री 2024 लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माने जा रहे स्थानीय निकाय चुनाव की तैयारियों का जायजा भी ले सकते हैं।

बता दें कि शुक्रवार को हापुड़ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के हर परिवार के एक सदस्य को पांच साल में नौकरी या रोजगार दिया जाएगा। इसके लिए सरकार प्रत्येक परिवार का सर्वे कराने जा रही है। पिछले पांच वर्षों में दो साल कोरोना में निकल गए, उसके बाद भी प्रदेश सरकार ने पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी और 1.61 करोड़ लोगों को रोजगार से जोड़ा। 60 लाख उद्यमियों को परंपरागत रोजगार से जोड़ने का काम किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के साथ जुड़ते हुए एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को हम सब साकार करेंगे। प्रदेश को देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था बनने से कोई नहीं रोक सकता है।

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