शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश की पहली इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के साथ महापौर सुनील उनियाल गामा, मसूरी विधायक गणेश जोशी, जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव समेत अन्य लोग ने बस को देहरादून में ट्रायल के लिए रवाना किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि स्मार्ट सिटी के तहत शुरू हुई यह सेवा उत्तराखंड के पर्यावरण के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है। इससे प्रदूषण पर काबू पाया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सत्र में प्रदेश में 30 बसें आ जाएंगी। कहा कि बस देहरादून, हरिद्वार, रुड़की के मैदानों के अलावा जल्द पहाड़ पर भी चलाई जाएगी। देहरादून में फिलहाल पांच रूटों पर इसका ट्रायल किया जाना है। बता दें कि दून की सड़कों पर इस बस का ट्रायल किया जाएगा। कुल तीन रूट पर बस का ट्रायल होगा और प्रदर्शन के आधार पर चरणवार कुल 30 बसें मंगाई जानी हैं।
यह हैं बस की विशेषताएं
इलेक्ट्रिक बस को एक बार चार्ज करने पर 150 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। बस में 26 सीट हैं और दिव्यांग व्यक्तियों के लिए व्हीलचेयर के साथ हाइड्रोलिक रैंप हैं। बस में ड्राइवर इंफॉर्मेशन सिस्टम के साथ इमरजेंसी बटन, मोबाइल चार्जिंग सिस्टम समेत कई सुविधाएं हैं।