मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रचनात्मक पत्रकारिता के प्रति ध्यान देने पर बल देते हुए पत्रकारिता को विश्वसनीयता से जुड़ा विषय भी बताया है। उन्होंने कहा कि समाचारों पर जनता का बड़ा भरोसा रहता हैं जनता का यह भरोसा बनाये रखना भी पत्रकारिता की जिम्मेदारी हैं। उन्होंने पत्रकारिता को अर्न्तमन की पीड़ा को अभिव्यक्त करने का भी माध्यम बताया है।
रविवार को राष्ट्रीय सहारा के 12वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि समाचारों को सही तथ्यो के साथ जनता तक पहुंचाना पत्रकारिता की बड़ी जिम्मेदारी है। समाचार आज समाज का हिस्सा बन गया है। उन्होंने कहा कि उनका भी पत्रकारिता से जुड़ाव रहा है। वर्षों पूर्व उत्तरकाशी में आये भूकंप में राहत कार्यों में सहयोग के साथ ही पत्रकारिता के माध्यम में उन्होंने अपने लेख में इस आपदा को प्रकाशित किया था जिसे देश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं ने स्थान दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज की पीड़ा को सामने लाने के साथ ही जन जागरूकता के प्रसार में भी समाचार पत्रों का बड़ा योगदान रहता है। उन्होंने राष्ट्रीय सहारा की 12 वर्षों की जन-सरोकारों से जुड़ी यात्रा को सुखद बताते हुए राष्ट्रीय सहारा निरन्तर सबका सहारा बना रहे, इसकी भी कामना है। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय सहारा के कार्यालय में अतिथि सम्पादक के रूप में प्रमुख समाचारों का भी अवलोकन किया।
इस अवसर पर चीफ मार्केटिंग ऑफिसर श्री गौतम सरकार, यूनिट हेड श्री मृदुल बाली, स्थानीय सम्पादक श्री जितेन्द्र नेगी आदि उपस्थित थे।