देहरादून। जनता कैबिनेट पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष एवँ राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे ने उत्तराखंड सरकार एवँ पुलिस प्रशासन के खिलाफ एक बार फिर अपनी आवाज बुलंद की है। पिछले कईं महीनों से बेरोजगार आंदोलनकारी युवाओं के समर्थन में चट्टान की तरह डटकर खड़ीं जेसीपी अध्यक्ष भावना पांडे ने पुलिस प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन के द्वारा लगातार आंदोलनकारी युवाओं पर अत्याचार किया जा रहा है।
सोशल मीडिया पर जारी एक वीडियो में उन्होंने पुलिस पर आरोप मढ़ते हुए कहा कि गांधी पार्क के बाहर धरना दे रहे बेरोजगार युवाओं को पुलिस तंग करने से बाज़ नहीं आ रही हैं। पुलिसकर्मियों द्वारा लगातार इन युवाओं पर बल प्रयोग कर दबाव बनाया जा रहा है और इन्हें धरना स्थल से बलपूर्वक उठाने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि बीती रात भीषण सर्द मौसम में बारिश के बीच आंदोलनकारी युवाओं को खुले आसमान के नीचे रात गुज़ारनी पड़ रही है किंतु सरकार और स्थानीय प्रशासन को जरा भी रहम नहीं आ रहा है। उन्होंने कहा कि इन आंदोलनकारियों में कईं महिलाएं भी शामिल हैं जो उत्तराखंड के अलग-अलग क्षेत्रों से आकर, अपनी मांगों को लेकर यहाँ धरना दे रही हैं।
गौरतलब है कि रविवार देर रात तक राज्य आंदोलनकारी भावना पांडे बेरोजगार युवाओं के समर्थन में धरना स्थल पर ही डटी रहीं। सर्द मौसम की परवाह किये बगैर भावना पांडे अपने नन्हे बेटे के साथ इस लड़ाई में शामिल रहीं। उन्होंने बताया कि इस दौरान धरना दे रहे कईं युवाओं की तबियत भी खराब हो गई मगर उनकी हिम्मत नहीं टूटी है।
उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा बार-बार धरना स्थल पर आकर आंदोलन कर रहे युवाओं को डराया व धमकाया जा रहा है। पुलिस कर्मियों के द्वारा धरना स्थल पर लगे तंबुओं और त्रिपाल को कईं बार उखाड़ा गया और लाचार युवाओं को बलपूर्वक खदेड़ने का प्रयास किया गया। उन्होंने बड़ा सवाल उठाते हुए कहा कि शांतिपूर्वक ढंग से धरना दे रहे युवाओं के साथ आखिर ये अन्याय क्यों किया जा रहा है।
उन्होंने उत्तराखंड की भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अभी भी वक़्त है सरकार समय रहते आंदोलन कर रहे बेरोजगार युवाओं की सुध ले और इनकी मांगों को पूरा करें। अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में यही युवा भाजपा के कर्मों का हिसाब करेंगे। साथ ही इस गंभीर मुद्दे से मुँह फेरे हुए अन्य दलों को भी सबक सिखाएंगे।
उन्होंने कहा कि युवाओं के हित की बात करने वाली बीजेपी और कांग्रेस ने बीते कईं महीनों से धरना दे रहे इन युवाओं की सुध नहीं ली। किसी अन्य राजनीतिक दल के प्रतिनिधि या सरकारी नुमाइंदे ने भी यहाँ झांककर नहीं देखा। उन्होंने कहा कि आखिर ये अन्याय क्यों राजधानी देहरादून में बीच शहर ये युवा भूखे-प्यासे रहकर धरना देने को विवश हैं किंतु सरकार ने इनको इनके हाल पर छोड़ दिया है, कोई इनके हक़ में आवाज़ उठाने को तैयार नहीं है। ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन को किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार है।
बताते चलें कि इन आंदोलनकारी युवाओं के लिए भोजन-पानी समेत तंबुओं, रजाई एवँ बिस्तर आदि अन्य सभी जरूरी सामान की व्यवस्था जनता कैबिनेट पार्टी की मुखिया भावना पांडे के द्वारा ही की जा रही है। भावना पांडे का कहना है कि जब तक इन युवाओं की मांगें पूरी नहीं हो जाती एवँ आंदोलकारियों को उनका हक़ नहीं मिल जाता तबतक उनका ये समर्थन और ये जंग यूँ ही जारी रहेगी।