अमित शाह ने दी राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पूर्वोत्तर में आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद और विद्रोह की घटनाओं में 65 प्रतिशत की गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि देश के वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित तीन राज्यों पूर्वोत्तर और जम्मू-कश्मीर शांतिपूर्ण हो रहे हैं।

अमित शाह ने दी राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि

केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय पुलिस स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि सभी शहीदों के परिवारजनों को कहना चाहता हूं कि आज देश दुनिया में अग्रसर हो रहा है, इसकी नींव में आपके परिवारजनों का सर्वोच्च बलिदान है और यह राष्ट्र कभी इसे भुला नहीं सकता है।

उन्होंने आगे कहा कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर देशभर के कोने-कोने और सीमा पर आजादी के बाद से अब तक जिन जवानों ने अपना बलिदान दिया है, कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उन सभी को श्रद्धांजलि देता हूं।

पूर्वोत्तर में आतंकवाद में आई कमी- अमित शाह

शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने आपराधिक न्याय प्रणाली में व्यापक बदलाव के लिए संसद में तीन विधेयक पेश किए हैं। उन्होंने कहा कि ये तीनों कानून 150 साल पुराने कानूनों की जगह लेंगे और प्रत्येक नागरिक को सभी संवैधानिक अधिकारों की गारंटी देंगे। शाह ने कहा कि पुलिस कर्मियों के प्रयासों की बदौलत पूर्वोत्तर में आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद और विद्रोह की घटनाओं में 65 प्रतिशत की गिरावट आई है।

अमित शाह ने NDRF के काम को सराहा

इसके अलावा अमित शाह ने NDRF के काम को भी सराहा। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों में NDRF के माध्यम से अलग-अलग पुलिस फोर्स के जवानों ने दुनियाभर में आपदा प्रबंधन में नाम कमाया है। कितनी भी बड़ी आपदा हो, जब NDRF का जवान वहां पहुंचता है तो लोगों के अंदर एक भरोसा आता है कि अब कोई दिक्कत नहीं है NDRF आ गई है।

‘आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को सरकार ने अपनाया’

उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति को बरकरार रखते हुए सख्त कानून बनाए हैं और पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए पुलिस टेक्नोलॉजी मिशन की स्थापना करके विश्व का सर्वश्रेष्ठ आतंकवादरोधी बल बनने की दिशा में काम किया है। अमित शाह ने आजादी के बाद से देश की सेवा करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने वाले 36,250 पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि भी दी।

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