चंपावत जिले में पाटी देवीधुरा मार्ग में गर्सलेख के पास एक अल्टो कार गुरुवार देर रात अनियंत्रित होकर 400 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। वाहन में सवार तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि गंभीर रूप से घायल महिला को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
अल्टोकार संख्या यूके 03ए- 7566 पाटी गर्सलेख के बीच गुरुवार की देर रात लगभग 1:30 बजे दुर्घटना ग्रस्त हो गई। वाहन में सवार प्रदीप गहतोड़ी उम्र 48 वर्ष पुत्र स्व. बलदेव गहतोड़ी निवासी लड़ा हाल निवास पाटी, देवकी देवी पत्नी उम्र 65 वर्ष पत्नी स्व. बलदेव गहतोड़ी निवासी लड़ा हाल निवास पाटी, वाहन चालक बसंत गहतोड़ी 53 पुत्र ईश्वरी दत्त ग्राम लड़ा हाल निवास खटीमा की मौके पर ही मौत हो गई।
मंजू गहतोड़ी उम्र 45 वर्ष पत्नी प्रदीप गहतोड़ी गंभीर रूप से घायल हो गई। घायल को आपात काल सेवा 108 के माध्यम से प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पातल भेजा जहां प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर भेज दिया गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस, राजस्व विभाग की टीम ने रेसक्यू कर शवों को खाई से बहार निकाला।
डीएम रिंकू सिंह ने जिलाधिकारी से वार्ता कर शवों का पोस्टमार्टम पाटी पीएचसी में कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। इस दौरान राजस्व उपनिरीक्षक जगदीश राम, चंद्रशेखर पंत, विनोद देव, मनोज गहतोड़ी, सुभाष सिंह, गोपाल राम सहित पुलिस के जवानों ने सहयोग किया। दुर्घटना की सूचना के बाद पार्टी बाजार और लड़ा गांव में मातम पसर गया है।
माता बहू और बेटा एक परिवार के तीन लोग
ग्रामीणों ने बताया बुधवार को सास देवकी देवी, बहु मंजू गहतोड़ी, पुत्र प्रदीप गहतोड़ी एक ही परिवार के हैं। वह स्व. बलदेव गहतोड़ी का श्राद्ध करने के हरिद्वार गए थे। हरिद्वार से लौटते समय पाटी के समीप मां देवकी देवी और पुत्र प्रदीप काल के गाल में समा गए, जबकि बहु मंजू गंभीर स्प से घायल है। प्रदीप खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में लिपिक के पद तैनात है। प्रदीप गहतोड़ी के तीन बच्चे हैं। जबकि वाहन चालक बसंत गहतोड़ी लड़ा गांव का ही है।
बच्चे माता पिता का घर लौटने का कर रहे थे इंतजार
आम माता पिता के घर लौटने का बच्चे इंतजार कर रहे थे। इतने में वाहन दुर्घटना होने की खबर मिलते ही गांव के लोग ने रात में घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। मासूम बच्चों को क्या कि उनकी आमा देवकी देवी और पिता प्रदीप गहतोड़ी नही रहे। वही मृतक प्रदीप के एक बेटा और दो बेटियों रोरो की बुरा हाल हो गया है। सुबह होते होते घटना तेजी से दौड़ पड़ी जिसने भी दुर्घटना के बारे में सुना वह पीएसची पाटी पहुंच गया।