चारधाम यात्रा मार्गों पर मॉक ड्रिल सफल, आपदा प्रबंधन तैयारियों का हुआ परीक्षण

संभावित आपदाओं से निपटने की रणनीति का जायजा, चार स्थलों पर हुआ अभ्यास

देहरादून।  मुख्यमंत्री के निर्देश पर चारधाम यात्रा के दौरान संभावित आपदाओं से निपटने की तैयारियों को परखने के लिए गुरुवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के नेतृत्व में राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल आयोजित की गई। यह अभ्यास श्रीनगर के फरासू, चमधार व सैनिक विश्राम गृह जैसे तीन प्रमुख स्थलों पर किया गया। जिसमें वाहन दुर्घटना, भूस्खलन और अग्निकांड जैसी आपदाओं के दौरान राहत व बचाव कार्यों की प्रभावशीलता का आकलन किया गया।

मॉक ड्रिल के दौरान जिला मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम से जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने पूरे अभियान की बारीकी से निगरानी की। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य आपदा की स्थिति में त्वरित, समन्वित और प्रभावी कार्रवाई की क्षमता को परखना है। साथ ही विभिन्न विभागों  के बीच तालमेल और तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी इस ड्रिल का अहम हिस्सा रहा। कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान लाखों श्रद्धालु इन मार्गों से गुजरते हैं, ऐसे में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन की तैयारियों का ठोस आकलन जरूरी है। इस मॉक ड्रिल के माध्यम से हमने यह सुनिश्चित किया कि हमारी टीमें सजग, सक्रिय और समन्वित रूप से कार्य कर सकें। कहा कि यह मॉक ड्रिल न केवल हमारी व्यवस्थाओं की परीक्षा थी, बल्कि इससे हमें यह सीख भी मिली कि किन बिंदुओं पर और अधिक मजबूती की आवश्यकता है।

बस दुर्घटना, भूस्खलन और अग्निकांड के किए गए सजीव अभ्यास

फरासू के पास बस दुर्घटना की स्थिति को दर्शाया गया, जिसमें 04 गंभीर घायल, 06 सामान्य घायल और 02 लोगों की नदी में डूबने से मृत्यु होना दर्शाया गया। घायलों को 108 एंबुलेंस सेवा की मदद से तत्काल श्रीनगर अस्पताल पहुंचाया गया। घटनास्थल पर पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्वास्थ्य विभाग की टीमें मुस्तैद रहीं। वहीं चमधार में भूस्खलन के चलते यातायात बाधित होने की स्थिति उत्पन्न की गई। इस बीच वाहनों को वैकल्पिक मार्गों कीर्तिनगर–तीलवाड़ा और बुघाणी से भेजा गया। इसी दौरान तत्काल जेसीबी मशीनों से मलबा हटाकर कुछ ही देर में मार्ग को यातायात योग्य बनाया गया, वहीं श्रीनगर के सैनिक विश्राम गृह में आग लगने की मॉक घटना में दमकल विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर समय रहते काबू पाया। आग से फर्नीचर को नुकसान पहुंचा, हालांकि किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई।

मॉक ड्रिल के दौरान एसएसपी लोकेश्वर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, संयुक्त मजिस्ट्रेट दीपक रामचंद्र शेट, एएसपी अनूप काला, जिला विकास अधिकारी मनविंदर कौर, मुख्य कोषाधिकारी गिरीश चंद, एआरटीओ एन.के. ओझा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.