रेलवे ट्रैक पर रखा था सरिया ट्रेन पलटाने की थी साजिश

डोईवाला। हर्रावाला- डोईवाला रेलवे स्टेशन के मध्य रेलवे ट्रैक पर सरिया डालने के मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है । वहीं, जीआरपी की ओर से भी रेलवे ट्रैक के समीप रहने वाले लोगों का सत्यापन अभियान चलाया गया। जो कि अभी कई दिनों तक चलाया जाएगा।

पुलिस रेलवे ट्रैक पर सरिया रखे जाने के मामले व इससे पूर्व हवाई अड्डे पर एक एयरलाइन में बम रखे जाने की सूचना के साथ ही राज्य में अन्य स्थानों पर हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर सजग हो गई है। जिसके लिए स्थानीय पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसीया भी अपने स्तर से जांच पड़ताल कर रही है।

ट्रेन में फंस गया था सरिया

यहां बता दें कि गुरुवार सुबह 4:30 बजे देहरादून आ रही काठगोदाम एक्सप्रेस में नकरौंदा में रेलवे ट्रैक पर रखा सरिया फंस गया था। जिसके चलते ट्रेन को रोकना पड़ा और सरिया निकालने के बाद ट्रेन देहरादून के लिए रवाना हुई।

हालांकि इस घटना से ट्रेन को तो कोई नुकसान नहीं हुआ परंतु लगातार रेलवे ट्रैक पर कभी सिलिंडर तो कभी सरिया आदि मिलने की घटनाओं को लेकर पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच रही है। इस मामले में ट्रेन के लोको पायलट की ओर से डोईवाला कोतवाली में अज्ञात के विरुद्ध रेलवे एक्ट में मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया था।

डोईवाला सीओ अभिनय चौधरी ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर सरिया रखने के मामले की पुलिस जांच कर रही है। तो वहीं रेलवे प्रशासन भी अपने स्तर से मामले में सतर्कता बरत रहा है। उन्होंने बताया कि रेलवे ट्रैक पर रखे सरिये के मामले में पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसी भी इस बात की तह तक जा रही है कि यह घटना कोई जानबूझकर कर रहा है या फिर भय फैलाने के लिए इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है।

आखिर साजिश रोकने को कितने सजग है जिम्मेदार

रेलवे ट्रैक पर रखे सरिया के मामले पर भले ही अभी स्थिति साफ ना हुई हो परंतु इस बात की भी चर्चा होनी चाहिए कि यदि यह वाकई में साजिश हुई तो इसके लिए हम कितने तैयार हैं।

क्या रेलवे ट्रैक पर कोई भी व्यक्ति आसानी से कुछ भी डालकर ट्रेन को नुकसान पहुंचा सकता है। यह एक बड़ा सवाल है और इसकी सुरक्षा के लिए हमने पूर्व में ही क्या व्यवस्थाएं की है। और घटना के बाद ही क्या यह सतर्कता बरती जानी चाहिए या हमेशा इसको लेकर सजग रहना जरूरी है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार डोईवाला, हर्रावाला आदि कई स्टेशन ऐसे हैं जहां पर आरपीएफ के जितने जवानों को तैनात रहना चाहिए उतने जवान भी मुहैया नहीं है। तो आखिर इन चीजों को लेकर कौन सुरक्षा बरतेगा और ऐसी घटनाएं रोकने के लिए रेलवे व प्रशासन के क्या पुख्ता इंतजाम है।

13 ट्रेन प्रतिदिन पहुंचती है देहरादून

डोईवाला रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 13 ट्रेन आवागमन करती है इसके अलावा यदि हम साप्ताहिक आवागमन की बात करें तो करीब 18 ट्रेन सप्ताह भर में यहां से आवाजाही करती है। एक ट्रेन में करीब पांच सौ से अधिक यात्री इनमें सफर करते हैं इन ट्रेन में केवल चार ट्रेन डोईवाला रेलवे स्टेशन में रूकती है। जबकि अन्य ट्रेनें निरंतर आवागमन करती रहती है।

स्टेशन मास्टर आलोक कुमार ने बताया कि इन ट्रेनों में सुपरफास्ट 6 ट्रेन है। डोईवाला से गुजरने वाली मुख्य रूप से दिल्ली वंदे मातरम, लखनऊ वंदे मातरम, उपासना, कुंभ एक्सप्रेस, उत्तरांचल एक्सप्रेस आदि ट्रेन भी यहां से आवागमन करती है।

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